- घर से 6-7 दिन पहले काम की बोल कर निकला था

- दरवाजा तोड़ कर पुलिस ने शव निकाला बाहर

आगरा। थाना शाहगंज एरिया पीएनटी कॉलोनी में उस दौरान सनसनी फैल गई, जब एक जोधपुर के युवक ने होटल के कमरे में फांसी का फंदा बनाकर जान दे दी। दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला गया। परिजनों को सुसाइड को लेकर संशय बना हुआ है। सुसाइड नोट से भी कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।

रात में आया था युवक

पीएनटी कॉलोनी निवासी प्रीतम सिंह का वहीं पर होटल परिजात पैलेस के नाम से होटल है। बुधवार रात वहां पर एक युवक आया युवक ने अपनी पहचान बीएसजी कॉलोनी नागौर जोधपुर निवासी 25 वर्षीय गोपाल सिंह राठौर पुत्र मंगू राठौर के रूप में की। उसने होटल मालिक से कहा कि उसे गुरुवार को उसे कलकत्ता जाना है। उसने अपनी आईडी की कॉपी होटल में जमा कराई। होटल में उसे सेकेंड फ्लोर पर रूम नंबर 204 मिला।

चाय पीने के बाद नहीं खुला कमरा

बुधवार की सुबह 6 बजे वह उठा था। वह चाय पीने गया इसके बाद फिर से अपने कमरे में चला गया इसके बाद वह बाहर नहीं निकला। नौ बजे करीब महिला सफाई कर्मी शकुंतला वहां पर गई तो कमरा बंद था। उसने दरवाजे को खटखटाया लेकिन कोई जबाव नहीं मिला। देर तक दरवाजा न खुलने पर उसे शक हुआ उसने तुरंत होटल मालिक को जानकारी दी।

फंदे पर लटका मिला युवक

होटल के स्टाफ ने भी दरवाजा पीटा लेकिन नहीं खुला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। अंदर पहुंचे तो देखा युवक बाथरूम की चौखट पर स्टॉल से लटका हुआ है उसके मुंह में चुनरी ठुंसी हुई थी। पुलिस ने शव को नीचे उतारा। बैड पर एक सुसाइड नोट व दो बैग मिले। पुलिस को मौके से 17 हजार रुपये मिले। पुलिस ने सुसाइड नोट पर लिखे नंबरों से परिजनों को सूचना दी।

काम से जाने की कहकर निकला था

गोपाल के रिश्ते के भाई वीरेंद्र ने बताया कि उसने बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई की थी। गोपाल दो भाईयों में छोटा है। उसकी दो बहनें हैं। बड़े भाई राजेंद्र राठौर हैं। गोपाल छोटा-मोटा प्रॉपर्टी का काम करता था। वह फैंसी आयटम की दुकान भी चला चुका था। वह 6-7 दिन पहले घर से काम से जाने की बात बोल कर निकला था।

परिजनों को नहीं है जानकारी

मौके पर मिले दो बैग में से एक में महिला के कपड़े हैं। उसके पास से एक महिला का फोटो मिला है, लेकिन परिजनों ने इस बारे में कुछ नहीं बताया है। इस मामले में युवती होने की बात तो निकल कर आ रही है लेकिन वह कौन है इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है।

शायरी से की सुसाइड नोट की शुरुआत

'सब होंगे यहां हम न होंगे, हमारे न होने से लोग कम न होंगे। बहुत मिलेंगे प्यार करने वाले यहां हम जैसे भी पर वो हम न होंगे'। इस तरह शायरी लिख कर गोपाल ने सुसाइड नोट लिखना शुरु किया सबसे पहले उसे होटल मालिक से माफी मांगी कि मैने आपके यहां गलत किया। इसके बाद लिखा कि ये दुनिया यहां के लोग बहुत गंदे हैं। आज मेरे पास अब कोई वजह नहीं है, जीने के लिए।

सभी से मांगी है माफी

गोपाल ने सुसाइड नोट में सभी से माफी मांगी है। उसने अपने परिवार व मिलने वालों के कई नाम लिखे हैं सभी से माफी मांगी है। लेकिन कहीं भी उसने यह कदम उठाने का कारण स्पष्ट नहीं किया। पुलिस ने परिजनों को सूचना की है। पुलिस का कहना है कि परिजनों से बात कर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी।