JAMSHEDPUR: परसुडीह रेलवे हॉस्पिटल के पास क्भ् मई की दोपहर क् लाख 70 हजार रुपये लूट मामले में रविवार को परसुडीह पुलिस ने हरहरगुट्टू निवासी रंजीत कुमार भगत को दबोच कर जेल भेज दिया है। सुंदरनगर स्थित जमशेदपुर फ्लावर मिल के मैनेजर केके चौधरी को पिस्तौल का भय दिखाकर बाइक सवार तीन युवकों ने स्कूटी सहित क् लाख 70 हजार रुपए लूट लिए थे। पुलिस कुछ घंटे के बाद स्कूटी बरामद कर ली थी।

ऑटो रखा था गिरवी

रंजीत ने पुलिस को बताया कि वह कर्ज चुकाने के लिए लूटेरों के जाल में फंस गया। रंजीत ने पुलिस को बताया कि उसने एक डाला ऑटो लोन पर लिया था। ऑटो में कुछ खराबी आ गई थी। उसके मरम्मत के लिए रंजीत के पास पैसे नहीं थे। उसने जुगसलाई के एक व्यापारी के पास एक माह पहले ख्भ् हजार रुपये में रंजीत ने अपना ऑटो गिरवी रख दिया था। एक माह तक रंजीत बेरोजगार घूमता रहा। कर्ज लिए गए रुपये भी खर्च हो गए थे। अब वह अपना ऑटो छुड़वाना चाहता था। इसके लिए वह एक अन्य व्यापारी के पास गया और ख्भ् हजार रुपये ब्याज पर मांगने लगा। लेकिन उस व्यापारी ने कुछ गिरवी रखने की बात कही, जबकि रंजीत के पास गिरवी रखने के लिए कुछ भी नहीं था। तब उसी व्यापारी ने एक दूसरे व्यापारी के पास रंजीत को भेज दिया।

आ गया झांसे में

रंजीत ने पुलिस को बताया कि उस व्यापारी के पास जाकर जब उसने रुपए उधार मांगे तो सामने खड़े एक युवक ने कहा कि उसे रुपये मिल सकते हैं और उन रुपयों को वापस भी नहीं करना होगा। लेकिन पहले उसे यह जानकारी उपलब्ध करवानी होगी कि बाजार समिति या आसपास से कौन व्यापारी मोटी रकम लेकर आता जाता है। रंजीत उस युवक के झांसे में आ गया और दो दिन बाद उसने केके चौधरी के बारे में उक्त युवक को सारी जानकारी दे दी। उस युवक ने जानकारी लेने के बाद अपने साथियों की मदद से क्भ् मई को केके चौधरी को पिस्तौल का भय दिखाकर रुपये लूट लिये। रुपये लूटने के बाद उस युवक ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था। इसके कारण रंजीत को मिलने वाले रुपए भी उसे नहीं मिले। रंजीत और लुटेरे के बीच मोबाइल फोन से अक्सर बात होती थी। उसी मोबाइल फोन का नंबर ट्रेक कर पुलिस ने रंजीत को दबोच लिया।