--झारखंड के लिए तीन नई बटालियन को पीएम ने दी मंजूरी

नई दिल्ली-रांची: नक्सल समस्या से निपटने के लिए झारखंड में तीन नई ऐसी बटालियन बनेगी, जिसमें स्थानीय युवाओं की फौज रहेगी। इस इंडियन रिजर्व बटालियन (सशस्त्र पुलिस बटालियन) में बड़ी संख्या में जनजातीय युवाओं को बहाल किया जाएगा। स्थानीय होने के कारण इस युवा फौज को इलाके के जंगल और रास्तों की पूरी जानकारी रहेगी और वे नक्सलियों के खिलाफ लोहा लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर मंत्रिमंडल की समिति (सीसीएस) ने बटालियनें गठित करने की मंजूरी दी है।

झारखंड में कुल 10 बटालियन

झारखड में पहले से ही इंडियन रिजर्व की पांच बटालियन, स्पेशल इंडियन रिजर्व की दो बटालियन हैं। तीन और नई बटालियन होने पर झारखंड में बटालियन की संख्या 10 हो जाएगी। शुरुआत में बटालियन के गठन से लेकर अगले तीन साल तक का खर्च केंद्र सरकार वहन करती है। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकार मिलकर खर्च वहन करती है। पहले से ही मंजूर दो इंडिया रिजर्व बटालियन को सीआरपीएफ में पूरक बटालियन के रूप में बदला जाएगा। इसमें झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र और ओडि़शा के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित 15 जिलों के युवकों की भर्ती की जाएगी।

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2700 युवाओं को मिलेगी नौकरी

तीन इंडियन रिजर्व बटालियन के गठन से झारखंड के युवाओं को नौकरी का मौका मिलेगा। प्रति बटालियन के हिसाब से एक हजार पदों पर बहाली होती है। यानी तीन बटालियन के लिए पद तीन हजार होंगे, लेकिन व्यावहारिक तौर पर 850 से 900 पदों पर ही बहाली होगी। इस तरह से तीन बटालियनों में झारखंड के नक्सल प्रभावित जिलों के करीब 2550 से 2700 युवाओं को नौकरी मिलेगी।

उम्र और शिक्षा में छूट

गृह मंत्रालय के मुताबिक स्थानीय युवकों की भर्ती के लिए उम्र और शिक्षा संबंधी शर्तो में छूट दी जाएगी। इतना ही नहीं लंबाई और वजन में भी राहत मिलेगी।

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153 है देशभर की बटालियनों की संख्या

1971 में सरकार ने शुरू की थी इंडिया रिजर्व बटालियन

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देशभर में 13 नई बटालियन

नक्सल समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने कुल 13 नई इंडियन रिजर्व बटालियन (सशस्त्र पुलिस बटालियन) गठित करेगी। इनमें से तीन बटालियन झारखंड में होगी, जबकि चार बटालियन छत्तीसगढ़ में, तीन ओडि़शा में और महाराष्ट्र में दो बटालियन गठित होगी। सीसीएस ने स्पष्ट किया है कि उक्त बटालियनों में कांस्टेबल स्तर के 75 फीसद पद 27 अत्यंत नक्सल प्रभावित राज्यों से भरे जाएंगे। एक अन्य बटालियन में नक्सली ¨हसा से प्रभावित जिलों से बड़ी संख्या में जनजातीय युवकों की भर्ती की जाएगी। इसके अलावा सीआरपीएफ को 'बस्तरिया' बटालियन गठित करने की मंजूरी भी दी गई है।