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मुख्य आरोपी सिद्धार्थ सिंह की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी

आरोपी मनोज, नरेन्द्र और राजू को कोर्ट के आदेश पर भेज गया जेल

ALLAHABAD: प्रीतम नगर में एक पार्टी के दौरान प्रापर्टी डीलर विवेक उर्फ सनी सिंह को टैगोर टाउन निवासी सिद्धार्थ सिंह ने चार नहीं बल्कि पांच गोली मार थी। इसका खुलासा बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद हुआ। चार गोली उसके शरीर को भेदते हुए निकल गई जबकि एक उसके शरीर में फंसी हुई थी। इसे पोस्टमार्टम के बाद निकाला गया। मंगलवार को देर होने के कारण उसका पोस्टमार्टम नहंी हो सका था। बुधवार को सुबह ही परिजन और रिश्तेदारों के साथ दोस्त यार पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए थे। पुलिस द्वारा पंचनामा भरने के बाद दोपहर करीब ढाई बजे शव का पोस्टमार्टम हुआ। इस घटना के बाद से मृतक के परिवारवाले काफी आक्रोशित है। घटना से परिवार के साथ मोहल्लेवाले भी काफी दु:खी नजर आए। इसकी एक झलक बुधवार को सनी के अंतिम संस्कार के दौरान देखने को मिली।

मोबाइल मिला स्विच ऑफ

रम्मन का पुरवा निवासी विवेक सिंह उर्फ सनी की गोली मारकर हत्या करने का मुख्य आरोपी टैगोर टाउन निवासी सिद्धार्थ सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। प्रापर्टी डीलर की हत्या के बाद सीओ डीपी तिवारी की अगुवाई में इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण त्यागी और क्राइम ब्रांच की टीम हत्यारोपी की धर-पकड़ के लिए मंगलवार को कई स्थानों पर दबिश दी। मगर उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। पुलिस का कहना है कि हत्या को अंजाम देने के बाद सिद्धार्थ ने अपना मोबाइल बंद कर दिया है। पड़ताल और पूछताछ में पुलिस को उसका दूसरा नम्बर मिला है। इस नंबर को भी सर्विलांस पर डालकर लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। लोकेशन मिलने के बाद पुलिस गिरफ्तारी की दिशा में आगे बढ़ेगी। वैसे पुलिस उसके रिश्तेदारों और परिचितों पर लगातार नजर रखे हुए है। घर और परिचितों के ठिकानों पर दबिश डाली जा चुकी है। यहां उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। परिवार के सदस्य उसके बारे में किसी भी जानकारी से लगातार इंकार कर रहे हैं।

छोड़ चुका है शहर

पुलिस का मानना है कि हत्या को अंजाम देने के बाद वह शहर छोड़ चुका है। किसी दूसरे शहर में शरण ले चुका है। इसके बाद या तो कोई दोस्त या फिर मोबाइल लोकशन ही कोई सुराग दे सकती है। हत्या के बाद सिद्धार्थ ने लाश को ठिकाने लगाने के लिए मनोज की स्कार्पियो इस्तेमाल की थी। इस एंगल पर भी काम हो रहा है कि उसके बाद भागने के रास्ते क्या हो सकते हैं। उधर, हत्या के बाद पकड़े गए नरेन्द्र, मनोज, राजू पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। मोबाइल नंबर से उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश है। जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा।

-अरुण त्यागी,

इंस्पेक्टर धूमनगंज