- ट्यूजडे को हमीरपुर व बाराबंकी के युवाओं को मिला मौका

- 6000 युवाओं में सिर्फ 650 ही पार कर पाए फिजिकल टेस्ट

- एनर्जी ड्रिंक और शक्तिवर्धक दवाएं लेकर आने वालों को भगाया

KANPUR : सेना भर्ती के लिए युवाओं में जोश बहुत दिख रहा है, लेकिन शरीर में दम न होने से फिजिकल टेस्ट में निराशा ही हाथ लग रही है। यह नजारा ट्यूजडे को भी दिखा। हमीरपुर और बाराबंकी के युवाओं ने टेस्ट देने में संख्या बल तो बढ़ाया, लेकिन टेस्ट में पास होने वालों की संख्या मात्र 650 ही रही। अधिकतर युवक दौड़ में ही बाहर हो गए।

रजिस्ट्रेशन के आधे ही पहुंचे

कैवेलरी ग्राउन्ड कैण्ट में चल रही सेना भर्ती के पांचवे दिन हमीरपुर और बाराबंकी डिस्ट्रिक्ट के युवाओं को मौका मिला। इन दोनों जिलों से भर्ती के लिए 10500 युवाओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से ट्यूजडे को फिजिकल टेस्ट देने के लिए सिर्फ छह हजार युवा ही आए।

रात में ही आ गए पार्टिसिपेन्ट

इन दोनों जिलों के युवक मंडे रात को ही आ गए। सुबह 4 बजे से टोकेन बंटना शुरू हुए। सात बजे से भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले हाइट की नाप हुई। जिसमें 150 से अधिक युवा मानक के मुताबिक हाइट न होने पर बाहर कर दिए गए। इसके बाद पार्टिसिपेन्ट को 100-100 के ग्रुप में 1600 मीटर की दौड़ कराई गई।

तीसरे राउन्ड तक 80 फीसदी हुए बाहर

दौड़ में ही युवाओं का दम फूलता नजर आया। पहले ही राउन्ड से पार्टिसिपेन्ट बाहर होने लगे। दूसरे और तीसरे राउन्ड तक 80 फीसदी से ज्यादा युवक हांफ गए। निर्धारित समय में चौथा राउन्ड पूरा करने वाले पार्टिसिपेन्ट को आगे टेस्ट का मौका दिया गया। चीनिंग, लांग जम्प, जिगजैग आदि का टेस्ट देने के बाद सफल पार्टिसिपेन्ट की संख्या 650 ही बची। अब इन युवाओं का मेडिकल टेस्ट होगा।

चेक प्वाइंट पर पकड़े गए

कैंट में चल रही सेना भर्ती में एनर्जी ड्रिंक लेकर टेस्ट देने कई युवक आए। चेक प्वाइंट पर ऐसे कई युवक पकड़े गए। युवकों के पास एनर्जी ड्रिंक के अलावा कुछ शक्तिवर्धक मेडिसिन भी मिलीं। सैन्य अफसरों ने सभी के ड्रिंक केन और दवाएं नष्ट कर उन्हें रैली स्थल से भगा दिया।

(वर्जन वर्जन)

हमीरपुर-बाराबंकी जिलों के युवाओं का प्रदर्शन ठीक रहा। कुल 650 पार्टिसिपेन्ट ने फिजिकल टेस्ट पास किया। अब उनका मेडिकल टेस्ट होगा, जिसके बाद रिटेन टेस्ट के लिए क्वालीफाई होंगे।

कर्नल दीपक शर्मा, निदेशक सेना भर्ती लखनऊ जोन