- भाजपा ने पर्यवेक्षक तो बसपा ने जिलाधिकारी से की मुलाकात

-गड़बड़ी हुई तो उग्र प्रदर्शन की धमकी भी

मथुरा: जिले की पंचायत के अध्यक्ष का चुनाव गुरुवार को हो रहा है। भाजपा समर्थित सदस्यों की हौसला अफजाई के लिए सांसद हेमामालिनी खासतौर पर गुरुवार को मौजूद रहेंगी। पुलिस एवं प्रशासन की मंशा को भांपकर भाजपा ने कुछ केंद्रीय मंत्रियों को भी बुलाया है। इसी बीच भाजपा और बसपा प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी और चुनाव पर्यवेक्षक से अलग-अलग मुलाकात कर चुनाव में गड़बड़ी होने की आशंका जताई। धमकी भी दी कि ऐसा होने पर प्रशासन को उग्र विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

भाजपा नेतृत्व भी मथुरा जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को खासी उम्मीदों से देख रहा है। भाजपाई चाहते हैँ कि चुनाव के मौके पर सांसद हेमा जरूर मौजूद रहें। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कुछ केंद्रीय मंत्रियों को भी गुरुवार के लिए बुलाया गया है। सांसद हेमा बुधवार की सायं मुंबई से दिल्ली पहुंच गईं थीं। गाडि़यों की सम-विषम संख्या का पता लगाने के बाद यदि संभव हुआ तो वह देर रात तक यहां पहुंच सकती हैं अथवा गुरुवार की सुबह मतदान शुरू होने से पहले यहां आ जाएंगी। माना जा रहा कि मतदान के दौरान वह भी कलेक्ट्रेट पर मौजूद रह सकती हैं। उनका कार्यक्रम मिलने की जानकारी सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने दी है।

इससे पूर्व बुधवार सुबह भाजपा-रालोद के नेताओं ने चुनाव पर्यवेक्षक विजय यादव और जिलाधिकारी राजेश कुमार से मुलाकात कर निष्पक्ष चुनाव की अपेक्षा की। दोनों अधिकारियों को अपनी ¨चताओं से अवगत कराया। चेतावनी दी गई कि यदि सदस्यों को निर्भीक और स्वतंत्र रूप से मतदान नहीं करने दिया गया तो इससे जनाक्रोश हो सकता है। इसकी जिम्मेदारी जिला व पुलिस प्रशासन की होगी। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा जिलाध्यक्ष डा। डीपी गोयल, रविकांत गर्ग, अजय पोइया, प्रणत पाल सिंह, रवींद्र पांडेय, एसके शर्मा, आदि प्रमुख थे।

बसपा विधायक राजकुमार रावत, जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश कर्दम, योगेश कुमार द्विवेदी, गोवर्धन सिंह, महेंद्र चौधरी, अबरार हुसैन, प्रेम चंद्र कर्दम, योगेश कुमार, लवी ठाकुर, गिर्राज गोला, संघरतन सेठी, पप्पू कर्दम आदि बसपाईयों ने

भी बुधवार को जिलाधिकारी राजेश कुमार से मुलाकात कर निष्पक्ष चुनाव की मांग की। उन्होंने ज्ञापन भी सौंपा। पार्टी नेताओं के अनुसार जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि चुनाव निष्पक्ष और पूरी सुरक्षा में कराया जाएगा।

श्याम और ललित को मिला स्टे

बसपा विधायक श्यामसुंदर शर्मा और उनके पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार डॉ। ललित शर्मा समेत एक दर्जन लोगों के खिलाफ कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमें के मामले हाईकोर्ट से बुधवार को स्थगन आदेश मिल गया है। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष और सपा प्रत्याशी सुनीता नौहवार के पति जगदीश नौहवार ने विधायक और उनके पुत्र पर बतौर बैंक अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान अवैध नियुक्ति करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

निष्पक्ष चुनाव की मांग की

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह तोमर ने बुधवार को डीएम राजेश कुमार को ज्ञापन सौंपकर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव निष्पक्ष कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव के दौरान भेदभाव पूर्ण कोई कार्रवाई होती है तो उससे उपद्रव होने का अंदेशा बना रहेगा।