-माणिकचंद तालाब और कच्ची तालाब पर फ्राइडे को भी नहीं हुई सफाई

-सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ जू में मनेगा छठ

PATNA: छठ पूजा को लेकर गंगा घाटों की सफाई चल रही है। जगह-जगह बैरिकेडिंग की जा रही है। आए दिन जनप्रतिनिधि भी वहां का निरीक्षण करने जाते रहते हैं, पर पटना में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जो गंगा घाटों पर न जाकर अपने मुहल्ले या आसपास के मुहल्ले के तालाबों पर जाकर छठ मनाते हैं। छठ पूजा के लिये गिनती के दिन शेष बचे हैं, लेकिन कुछ तालाबों की स्थिति आज भी दयनीय ही है।

कच्ची तालाब पर गंदगी का अंबार

कच्ची तालाब वार्ड नंबर चौदह में पड़ता है। पिछले चार साल से यहां छठ पूजा हो रहा है, लेकिन अब जबकि छठ पूजा के मात्र चार दिन शेष बचे हैं तब भी यहां की हालत ठीक नहीं है। तालाब की सीढि़यों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। अभी तक न तो लाइट की व्यवस्था की गयी है और न ही बैरिकेडिंग की गई है। तकरीबन चार साल पहले इस तालाब के दोनों ओर चबूतरा और सीढ़ी का निर्माण कराया गया। आज यहां के कई चबुतरे टूट चुके हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि हमारे वार्ड कमिश्नर को इस तालाब की चिंता ही नहीं है, जो करना होता है लोग अपने ही प्रयास से करते हैं। वहीं के रहने वाले मुन्ना ने बताया कि रात में तो यह इलाका उचक्कों का अड्डा बना रहता है। पहले तो पुलिस भी रहती थी अब तो यहां रोज झगड़ा होता है। प्रशासन दिखती तक नहीं है।

पंच मंदिर तालाब की हो चुकी है सफाई

पंच मंदिर तालाब गर्दनीबाग के वार्ड नंबर क्भ् में है। वार्ड क्फ्, क्ब् और क्भ् के साथ साथ आसपास के लोग भी यहां छठ मनाने आते हैं। तालाब की साफ-सफाई कर गंदे पानी को निकाला जा चुका है। छठ पूजा समिति के सदस्य राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि तीनों वार्ड कमिश्नर की तरफ से सफाई कर्मी दिये जाते हैं और समिति के लोग मिलकर पूरी व्यवस्था करते हैं।

माणिक चंद तालाब भी साफ नहीं

शुक्रवार को माणिक चंद तालाब के चारों ओर भी गंदगी पसरी दिखी। लाइट की पर्याप्त व्यवस्था अभी तक नहीं की जा सकी है। हां बैरिकेटिंग का काम करते कुछ कर्मी जरूर दिखे। कई लोग पूजा की बची हुई सामग्री तालाब में फेंकते दिखे। वहीं कई मूर्तियों का विसर्जन भी हो रहा था। पूजन सामग्री फेंकने आयी सुषमा ने कहा कि पूजा का बचा हुआ सामान है इसे सड़क पर तो नहीं ही फेंक सकते हैं न। स्थानीय सुधीर ने कहा कि अब ऐसे लोगो का क्या कर सकते हैं, यह जो गंदगी दिख रही है ये सब आज सुबह में यहीं के लोगों ने फेंकी है। वहीं के उदय ने बताया कि हमलोगों ने तालाब के चारों ओर पेंट पोचारा करा दिया है, सफाई भी लगता है हम लोगों को ही करना पड़ेगा।

जू भी है छठ के लिए तैयार

संजय गांधी जैविक उद्यान के झील में भी बड़ी संख्या में लोग छठ मनाने जाते हैं। जू के झील की साफ-सफाई कर दी गयी है। साथ ही छठ पर्व को ध्यान में रखते हुए पूरे जू की भी अच्छी तरह से सफाई की गयी है। जगह-जगह बिजली की भी व्यवस्था की गयी है। चूंकि इस दिन भीड़ अधिक हो जाती है, इसलिए सुरक्षा की दृष्टिकोण से जू के अंदर कई जगहों पर विडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गयी है, साथ ही चेकिंग की व्यवस्था को और भी दुरुस्त किया गया है। जू के निदेशक ने बताया एस चंद्रशेखर ने कहा कि हम आम जनता से अपील करते हैं कि वे छठ के दिन का आनंद लें और जू के अंदर पटाखा एकदम नहीं छोड़ें। इससे जू के पशु-पक्षियों को परेशानी होती है।

मैं खुद सारे तालाबों का निरीक्षण कर रहा हूं और वहां के पूजा समिति से मीटिंग कर रहा हूं। मैक्सिमम जगहों पर सफाई कर दी गयी है। अगर कहीं गंदगी है तो वह दीपावली के बाद हुई है उसे भी जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा। सभी तालाबों पर बैरिकेटिंग और महिलाओं के कपड़े बदलने की व्यवस्था छठ से पहले तक कर दी जाएगी।

अमित कुमार, एसडीओ, पटना