संडे मार्निंग तक हेलीकॉप्टर का कुछ पता नहीं चल पाया. भूटान द्वारा हेलीकॉप्टर के वहां सुरक्षित उतरने की बात से इंकार करने के बाद रहस्य गहरा हो गया है.

इंडियन एयरफोर्स ने हेलीकॉप्टर की तलाश के लिए रविवार को दोबारा अभियान शुरू कर दिया. यह अभियान सेटरेडे को खराब मौसम के कारण रोक दिया गया था.

भारतीय और भूटान की सेना ने भी उनकी खोज के लिए जमीनी अभियान शुरू किया है. पवन हंस हेलीकॉप्टर प्राइवेट लिमिटेड के यूरोकॉप्टर एएस350 बी3 ने तवांग हवाईपट्टी से शनिवार सुबह 9.50 बजे इटानगर के लिए उ़डान भरी थी हेलीकॉप्टर को सुबह 11.30 बजे उतर जाना था.

हेलीकॉप्टर में दो पॉयलट और मुख्यमंत्री के अलावा, एक निजी सुरक्षा अधिकारी और मुख्यमंत्री की एक महिला रिश्तेदार सवार थीं. महिला रिश्तेदार का नाम लामू बताया गया है. इससे पहले भी 19 अप्रैल को तवांग में एक पवन हंस हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 17 लोग मारे गए थे और छह घायल हो गए थे. पवन हंस हेलीकॉप्टर इस क्षेत्र में पिछले नौ सालों से सेवा दे रहा है और इस क्षेत्र की जीवन रेखा माना जाता है.

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