05 करोड़ लोगों के स्नान का प्रशासन ने किया दावा

03 फरवरी की मध्य रात्रि से पुण्यकाल लगते ही शुरू हो गया था स्नान

40 घाट बनाए गए थे कुल स्नानार्थियों के लिए

08 किमी के दायरे में था स्नान के लिए तय एरिया

-मौनी अमावस्या पर करोड़ों की संख्या में मौन स्नान को उमड़े श्रद्धालु

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PRAYAGRAJ: कुंभ के पावन पर्व पर त्रिवेणी पर जनसमुद्र का अनोखा संगम देखने को मिला। देश-विदेश के कोने-कोने से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु, स्नानार्थियों, संतों व महात्माओं ने मौनी अमावस्या पर संगम स्नान किया। मेला प्रशासन के मुताबिक 03 फरवरी की मध्य रात्रि से मौनी अमावस्या का स्नान मुहूर्त आरंभ हो गया जो सोमवार रात्रि तक चलता रहा। प्रशासन के दावे के मुताबिक कुल 40 घाटों पर रविवार शाम पांच बजे तक करीब पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। देर रात तक भी स्नान का सिलसिला जारी था।

जयकारों के शोर में हुई भोर

कुंभ में मौनी अमावस्या का स्थान काफी खास है। लोगों के आस्था के आगे ठंड भी पस्त नजर आई। रविवार की रात घड़ी में जैसे ही 11.25 बजे, संगम का इलाका शिव के जयकारों से गूंज गया। इसके साथ ही स्नान का सिलसिला भी शुरू हो गया। पुण्य काल में स्नान दान और धार्मिक अनुष्ठान चलता रहा। सोमवार की रात 1.15 तक पुण्यकाल होने से सोमवार की शाम तक श्रद्धालुओं ने स्नान दान किया।

हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा

मौनी अमावस्या पर शासन के निर्देशानुसार लगातार हेलीकाप्टर से स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं, संत महात्माओं के शाही जुलूस पर बार-बार पुष्प वर्षा की गयी। साथ ही उक्त हेलीकॉप्टर से मेले की निगरानी भी की जा रही है।

भीड़ व्यवस्थित करने में छूटा पसीना

त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए जुटे श्रद्धालुओं का तांता ऐसा लगा था कि नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट गए। कुछ जगहों पर पुलिस-प्रशासन के बीच हल्की झड़प भी हुई। काली मार्ग और लाल मार्ग के साथ संगम तट तक जाने वाल मागरें पर रविवार की रात से लेकर सोमवार दोपहर तक कई बार झड़प हुई। हालांकि डीआईजी मेला बार बार माइक से अनाउंस कर श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील करते रहे।