-स्टूडेंट्स को डिग्रियां नहीं मिलने की सता रही चिंता

-दिल्ली में घूम रहे प्रो-वीसी डॉ शैलेंद्र शुक्ल

-डिग्रियों पर साइन करने से कर दिया है इन्कार

RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी के प्रो-वीसी डॉ शैलेंद्र शुक्ला के अडि़यल रवैये के कारण डेढ़ लाख स्टूडेंट्स की डिग्रियां सिग्नेचर के लिए पेंडिंग पड़ी हैं। प्रो-वीसी बिना लीव लिए दिल्ली घूम रहे हैं और स्टूडेंट्स को सिग्नेचर नहीं होने के कारण डिग्रियां नहीं मिलने की चिंता सताने लगी है। क्योंकि सभी कॉलेजों में अलग-अलग डेट पर ग्रेजुएशन सेरेमनी करने की तैयारियां चल रही हैं।

9 करोड़ खाते में जमा

रांची यूनिवर्सिटी में एग्जाम फॉर्म भरते वक्त ही म्00 रुपए प्रति छात्र की दर से भुगतान करना होता है। डिग्री के नाम पर यह रकम ली जाती है। डिग्री के लिए फीस नहीं देने पर फॉर्म एक्सेप्ट नहीं किया जाता है। फिलहाल आरयू के खाते में डिग्री मद में 9 करोड़ रुपए जमा हैं।

9 सेशन की डिग्रियां पेंडिंग

सेशन ख्009 से ख्0क्भ् तक की डिग्रियां कॉलेजों में नहीं भेजी गई है। साल ख्0क्क् की डिग्रियां कॉलेजों को भेज दी गई है। क्योंकि इसमें मुहर का इस्तेमाल किया गया था। छह सेशन में करीब क्.भ् लाख डिग्रियां पेंडिंग हैं।

प्रो-वीसी का इन्कार, वीसी कर रहे हैं साइन

पेंडिंग पड़ी डिग्रियों पर वीसी डॉ रमेश पांडेय साइन कर रहे हैं। जबकि रांची यूनिवर्सिटी में नियमों के मुताबिक, ग्रेजुएशन की डिग्रियों पर प्रो-वीसी को साइन करना है, लेकिन प्रो-वीसी के इन्कार करने के बाद वीसी खुद डिग्रियों पर साइन कर रहे हैं।

शुरू से विवादों में रहे हैं प्रो-वीसी

रांची यूनिवर्सिटी में प्रोवीसी के पद पर डॉ शैलेंद्र शुक्ला का नोटिफिकेशन ख्क् मई को राजभवन की ओर से जारी हुआ। क्8 जून को उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी में ज्वाइन किया। इसके दो दिनों के बाद ही डिग्री विवाद में घिर गए। इसके बाद वह ख्फ् जून को छुट्टी पर चले गए। 9 दिनों के बाद प्रो-वीसी रांची पहुंचे। रांची यूनिवर्सिटी का अपना गेस्ट हाउस होने के बाद भी उन्हें एक निजी होटल में ठहराया गया। इसका बिल भी रांची यूनिवर्सिटी ने ही पे किया।

बिना लीव के चले गए दिल्ली

बिना छुट्टी स्वीकृत हुए ही क्9 जुलाई को प्रो-वीसी रांची से बाहर चले गए। उन्होंने यूजीसी ऑफिस जाने की बात कह कर छुट्टी मांगी थी। दिल्ली जाने के लिए वह विवि की कार भी ले गए। ड्राइवर को यह कहते हुए नहीं ले गए कि तुम यहीं रहो और मोबाइल स्विच ऑफ करके रहो। इसकी लिखित शिकायत भी ड्राइवर ने की थी। रांची यूनिवर्सिटी ने इस मामले को गंभीरता से लिया था। इस बाबत राजभवन को भी सूचना दी गई है।

वर्जन

मेरे पास कोई काम पेंडिंग नहीं है। मैं अपना काम अप टू डेट रखता हूं। डिग्रियों में साइन मैं कर रहा हूं। प्रो-वीसी कब आएंगे इस मामले में मैं कुछ नहीं कह सकता।

-डॉ रमेश पांडेय, वीसी, आरयू