विकेटकीपिंग का अपना अंदाज
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के विकेटकीपिंग का अपना एक अलग अंदाज है। भारतीय क्रिकेट टीम के क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर ने उनके विकेटकीपिंग का तारीफ़ करते हुए कहा कि धौनी का अपना खुद का स्टाइल है, जो उन पर काफी कारगर है। मुझे लगता है कि हम उनकी कीपिंग स्टाइल पर रिसर्च कर सकते हैं। मैं इसको सही कहूं तो माही-वे कहूंगा। उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता और कई ऐसी चीजें भी जो एक युवा विकेटकीपर नहीं कर पाता है।
कीपिंग का नैचुरल टैलेंट
धौनी के पास कीपिंग का नेचुरल टैलेंट है। इस बारे में श्रीधर का कहना है कि धौनी के पास स्टंपिंग करने के लिए गति है। यह कुछ ऐसा है जो उनको अलग करता है। ऐसे में जिनके पास स्किल नहीं है, उनको उस स्तर पर पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।
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बॉब वूल्मर से मिलती शैली
धौनी की पूर्व विकेटकीपर बॉब वूल्मर से मिलती जुलती है। बताया जाता है कि पूर्व विकेटकीपर बॉब वूल्मर खासतौर पर स्पिनर्स के खिलाफ अपनी टांगों को 90 डिग्री तक ले जाकर गेंद को स्टंप्स कर देते थे और सिंगल्स रोकते थे। उनमें बल्लेबाजों को पढ़ने और उनकी क्षमता को मापने की महारत हासिल थी। आज के दौर में महेंद्र सिंह धौनी भी ठीक वैसा ही रुख अपनाते नजर आ रहे हैं।
प्रैक्टिस नहीं प्रैक्टिकल में यकीन
दरअसल, महेंद्र सिंह धौनी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि 'मेरी विकेटकीपिंग स्टाइल दूसरों से अलग है, इसलिए मैं प्रैक्टिस नहीं करता। मेरा मानना है कि विकेटकीपर्स को कैचिंग प्रैक्टिस की ज्यादा जरुरत नहीं होती, क्योंकि विकेटकीपिंग प्रैक्टिस से ज्यादा मानसिकता पर निर्भर करती है।
विकेट के पीछे तेज निगाह
धौनी का मानना है कि 'आपको मैच के दौरान बहुत अच्छे कीपर की जरुरत नहीं होती, जिसका परफॉर्मेंस लगातार अच्छा हो। आपको शायद ऐसे खराब विकेटकीपर की जरूरत होगी, जो भले ही कई गेंद ना पकड़ पाए लेकिन कैच और स्टंपिंग के मौके का फायदा उठाना जानता हो।'
लंबा अनुभव
बता दें कि धौनी ने अब तक 316 वनडे मैच खेलें हैं, जिसमें उन्होंने 295 कैच और 106 स्टंपिंग की हैं। वह स्पिनरों के लिए सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं। इसलिए उनके पास विकेट कीपिंग का एक लंबा अनुभव है।
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तेजी से फैसला लेने की क्षमता
धौनी के पास अनुभव के चलते तेजी से फैसला लेने की क्षमता है। कई मैचों में देखा जाता है कि जब भी वह विश्वास के साथ अपील करते हैं तो यह निश्चित होता है कि बल्लेबाज आउट है। दूसरी बार इसे देखने की जरुरत ही नहीं होती है। तेज से फैसला लेने कि क्षमता सिर्फ अनुभव से ही हासिल हो सकती है।
गेंद को पहचानने की कला
धौनी के पास किसी गेंद को पहचानने की भी कला मौजूद है। यह वजह है कि वे किसी भी तरह के गेंद की दिशा मोड़कर उसे स्टंप्स पर लगा देते हैं। बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी के नाम अब तक 771 शिकार दर्ज हैं।
बल्लेबाज को चकित कर देने की क्षमता
जब धोनी विकेट कीपिंग करते हैं तो बल्लेबाजों को भी खास ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि उन्हें पता होता हैं कि धौनी पलक झपकते ही उन्हें पवेलियन की ओर भेज सकत हैं। बल्लेबाज मैच के दौरान अपने फुटवर्क और शॉट्स का खास ध्यान रखते हैं, क्योंकि बल्लेबाज की छोटी चूक भी धौनी का शिकार हो जाती हैं।
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मैदान पर साथी खिलाडि़यों से तालमेल
मैदान पर धौनी और उनके साथी के बीच गहरा तालमेल देखा जाता है। इसी स्वभाव के चलते वे कैप्टेन कूल भी कहे जाते हैं। धौनी के खिलाफ लगभग ना के बराबर मैदान पर लड़ाई झगड़े की बात सामने आती है।
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