- यूपी बोर्ड 10वीं व 12वीं के एक दर्जन स्कूलों की मनमानी के चलते नहीं पहुंचीं मार्कशीट्स

- डीआईओएस ऑफिस से स्कूल मार्कशीट नहीं पहुंचने से यूजी में एडमिशन लेने वालों को हो सकती है दिक्कत

GORAKHPUR: गर्मी की छुट्टी है और टीचर समेत सारा स्टाफ आउटिंग पर है. डीआईओएस ऑफिस में पड़े 10वीं व 12वीं के मार्कशीट्स स्कूल तक कौन ले जाएगा, इसकी किसी को कोई चिंता नहीं है. सिटी में ऐसे दस स्कूल हैं जो अपने स्टूडेंट्स की मार्कशीट नहीं ले गए हैं. इन्हें नोटिस भी भेजा जा चुका है, लेकिन जवाब नहीं मिला. अगर यही हाल रहा तो जहां इन स्कूल से 10वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स को अगली क्लास में एडमिशन लेने में दिक्कत हो सकती है. वहीं, 12वीं पास स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है.

23 मई को ही ज्यादातर स्कूल ले गए मार्कशीट

यूपी बोर्ड की तरफ से इस बार सबसे पहले 10वीं व 12वीं का रिजल्ट एक ही दिन डिक्लेयर कर दिया गया था. रिजल्ट भी पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहा. लोकसभा चुनाव की काउंटिंग के दिन यानी 23 मई को ज्यादातर स्कूल्स को इस बात की सूचना भेजकर मार्कशीट ले जाने के लिए निर्देश जारी कर दिया गया था. दसवीं क्लास के कुल 436 स्कूल के मार्कशीट आ चुके हैं. वहीं 12वीं पास कर चुके 410 स्कूल के मार्कशीट डीआईओएस ऑफिस में आ चुके हैं. लेकिन 10वीं व 12वीं दोनों क्लास मिलाकर कुल दस स्कूल ऐसे हैं जिनके स्कूल के न तो टीचर्स ही मार्कशीट लेने आए और न ही किसी स्टाफ को भेजा गया है. ऐसे में इन स्कूल के करीब दस हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को आगे की क्लास में एडमिशन लेने में दिक्कत आ सकती है.

अब जुलाई में ही जा सकेगी मार्कशीट

यूपी बोर्ड को-ऑर्डिनेटर शिवचरण बताते हैं कि इस बार बोर्ड ऑफिस से 10वीं व 12वीं के मार्कशीट जल्दी आ गए थे. चूंकि रिजल्ट पहले ही डिक्लेयर हो गया था इसलिए मार्कशीट लेट होने का सवाल ही नहीं था. मार्कशीट नहीं लेने जाने वाले स्कूलों को नोटिस भेजा गया ह. लेकिन कोई जवाब भी नहीं आया है. स्कूल में किसी के नहीं होने पर ही ऐसा हो सकता है कि कोई नहीं आया है. जुलाई में स्कूल खुलने पर कहीं जाकर अब मार्कशीट स्कूल जा सकेगी.

वर्जन

जिन स्कूलों की तरफ से मार्कशीट नहीं ले जाने का मामला आया है उन्हें नोटिस भेजा जा चुका है. उनसे सवाल-जवाब होने के बाद कार्रवाई होगी.

ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस