वहीं बीबीसी के एक सर्वे में अधिकतर लंदनवासियों ने माना है कि उनसे इस आयोजन के लिए अधिक योगदान लिया जा रहा है। लंदन ओलंपिक का मॉटो या मूल संदेश - इन्स्पायर ए जेनरेशन - रखा गया है।

लंदन 2012 के चेयरमैन सेबेस्टियन को ने लंदन के मशहूर क्यू गार्डेन में 20,000 फूलों से बने ओलंपिक के प्रतीक, पाँच रंगीन छल्लों, को जारी किया।

इन छल्लों को आसमान में जाते हवाई जहाज़ों में बैठे यात्री देख सकेंगे। इस मौक़े पर सेबेस्टियन को ने कहा,"लोगों की उम्मीदें काफ़ी बड़ी हैं, और हम निराश नहीं करेंगे."

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष ज्याक़ रोका ने भरोसा जताया है कि लंदन सारी दुनिया की आकांक्षाओं को पूरा कर सकेगा। लंदन ओलंपिक का शुभारंभ 27 जुलाई को होगा और समापन 12 अगस्त को।

सर्वे

बीबीसी की सेवा - रेडियो फ़ाइव - ने लंदन ओलंपिक के खर्चों के बारे में एक सर्वे करवाया जिसकी रिपोर्ट ओलंपिक से ठीक 100 दिन पहले जारी की गई।

इस रिपोर्ट में लगभग 2000 लोगों से बात की गई। इसके अनुसार 64 प्रतिशत यानी लगभग दो तिहाई लोगों को लगता है कि करदाताओं से खेलों के लिए ज़रूरत से अधिक रकम ली गई है।

बीबीसी के लिए सर्वे करनेवाली मार्केट रिसर्च कंपनी कॉमरेस की सीनियर रिसर्च ऐनालिस्ट कोरैली प्रिंग ने कहा,"ऐसे आर्थिक वातावरण में जबकि सरकार को कई तरह की कटौतियाँ करनी पड़ी हैं, कई लोग ये बहस कर रहे हैं कि क्या इस समय इस तरह से सरकारी पैसे को ओलंपिक के लिए ख़र्च करना सही है." सर्वे से स्पष्ट है कि लोगों को लगता है कि उन्हें ओलंपिक के लिए बहुत अधिक योगदान करना पड़ा है."

मगर ब्रिटेन के ओलंपिक मंत्री जेरेमी हंट ने इस सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा कि यही सर्वे ओलंपिक के बाद कराया जाए तो ऐसे लोगों की संख्या कम मिलेगी जिन्हें ख़र्च पर आपत्ति होगी।

उन्होंने कहा,"ये ऐसा ही है जैसे लोगों से क्रिसमस से पहले ही पूछें कि क्रिसमस डिनर पर आपने कितना खर्च कर दिया, ये ख़र्च करना सही था या नहीं, ये आयोजन के बाद पूछा जाना चाहिए जबकि लोग इस शानदार आयोजन का लुत्फ़ उठा लें."

लंदन ओलंपिक का ख़र्चा नौ अरब 30 करोड़ पाउंड हो गया है। 2005 में ओलंपिक की दावेदारी के समय के अनुमान से ये राशि चार गुना बड़ी है।

वैसे ऐसा नहीं है कि सर्वे में सबने ओलंपिक के बारे में नकारात्मक ही कहा हो। सर्वे में हिस्सा लेनेवाले 55 प्रतिशत लोगों का मत था कि फायदे के हिसाब से ओलंपिक का आयोजन ब्रिटेन के लिए एक अच्छी बात है।

International News inextlive from World News Desk