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LUCKNOW: लखनऊ, फैजाबाद व वाराणसी कचहरी में 23 नवंबर, 2007 को सीरियल ब्लास्ट की घटना के बाद आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के लिए सरकार ने 26 नवंबर, 2007 को यूपी एटीएस का गठन किया था। तब से एटीएस ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की है। कल सोमवार को गोमतीनगर स्थित एटीएस मुख्यालय में मुख्य अतिथि एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार ने एटीएस अधिकारियों को बधाई देने के साथ ही और अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।

आतंकियों से एक कदम आगे चल सके
एडीजी ने कहा कि एटीएस की तकनीकी विशेषज्ञता को और आगे बढ़ाना है, जिससे वह आतंकियों से एक कदम आगे चल सके। आइजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि एटीएस ने कचहरी ब्लास्ट के आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ ही सजा भी दिलाई गई है। इसके अलावा एटीएस ने वर्ष 2008 में नोएडा में आतंकी मु।फारुख व मु।इस्माइल को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अलावा वर्ष 2017 में लखनऊ में आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था। गठन के बाद से अब तक एटीएस ने 27 आतंकियों, 29 आइएसआइ एजेंटों व सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने स्पॉट का गठन करने के साथ ही साइबर ट्रेनिंग व सोशल मीडिया लैब स्थापित करने में बड़ी सफलता हासिल की है।

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