घर से एक किमी। दूर पुलिया के नीचे मिला शव

अपहरण वाले दिन ही कर दी थी छात्र की हत्या

फल विक्रेता के मोबाइल से मांगी थी पांच लाख की फिरौती

आगरा। भैया कहता था वह उससे। पर उसे क्या मालूम था कि यह पड़ोसी भैया ही उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा। ताजनगरी के फतेहपुरसीकरी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पड़ोस के भैया ने ही 12 साल के मासूम का अपहरण किया था। यही नहीं आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर उसी दिन बच्चे को मौत के घाट उतार दिया और अगले दिन परिजनों से फिरौती के लिए पांच लाख मांगे। पुलिस ने दो दिन में ही घटना का पर्दाफाश कर दिया। एसपी यातायात प्रशांत कुमार को इस केस पर लगाया गया। एसएसपी अमित पाठक ने मामले में प्रेसवार्ता कर घटना का खुलासा किया। पुलिस ने मामले में दो हत्यारोपियों को पकड़ा है। बच्चे का शव घर से एक किलोमीटर दूर पुलिया के नीेचे से बरामद हुआ।

अचानक गायब हो गया था छात्र

22 दिसम्बर को मंडी गुड़ निवासी 12 वर्षीय छात्र सतीश पुत्र साहब सिंह कुशवाह घर के बाहर से अचानक गायब हो गया था। परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला। 23 दिसम्बर को पांच लाख की फिरौती के फोन ने परिजनों के होश उड़ा दिए। परिजनों ने पुलिस की मदद ली। पुलिस ने नंबर ट्रेस किया तो वह एक फल विक्रेता का निकला। इसी के बाद पुलिस ने अपहर्ताओं की तलाश शुरू कर दी। इस मामले में खुलासे के लिए एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार को लगाया गया।

अपहरण के बाद मार दिया

पुलिस ने इस मामले में बाईपास रोड फतेहपुर सीकरी से सुभाष पुत्र गोपाल, सुरेश पुत्र बंगाली को पकड़ा है। दोनों मंडी गुड़ के रहने वाले हैं। सुभाष का मकान साहब सिंह के एक-दो मकान छोड़ कर लगा हुआ है। सुभाष टेलर है जबकि सुरेश बेलदारी करता है। शातिरों ने पुलिस को बताया कि उन्होने छात्र की उसी दिन हत्या कर दी थी, जिस दिन अपहरण किया। दोनों ने कपड़े से गला घोंट कर हत्या को अंजाम दिया।

भैया कहता था छात्र

हत्यारोपी सुभाष को मृत छात्र सतीश भैया बोलता था। वह घर पर भी आता-जाता रहता था। अपहरण वाले दिन सुभाष ने पहले सतीश से गुटखा मंगाया, फिर सौ रुपये देकर चाऊमीन लाने के लिए कहा। छात्र चाऊमीन लेकर आया तभी सुभाष अपने साथी के साथ बाइक पर बैठा कर उसे ले गया।

एक किलोमीटर दूर मिला शव

हत्यारों से जब छात्र के बारे में पूछा तो उन्होने बता दिया कि उसका मर्डर कर दिया है। उन्होंने शव को छात्र के घर से एक किलोमीटर दूर पुलिया के नीचे सफेद कपड़े से ढक कर रखा था। पुलिस ने मौके पर जाकर शव बरामद किया। बच्चे का शव देखते ही परिजनों में चीख पुकार मच गई।

एसएसपी ने किया खुलासा

एसएसपी ने सोमवार को मामले में प्रेसवार्ता कर खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक सुभाष की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। जिस दुकान में वह टेलर का काम करता था, उसका किराया भी नहीं भर पा रहा था। उसके बेटे की तबियत भी खराब थी। उसका इलाज कराना था। इन सब बातों को लेकर उसने अपहरण और हत्या का प्लान बनाया।

ऐसे ही हो गया शामिल

सुभाष का साथी सुरेश बेलदारी करता है। उसने पूछताछ में बताया कि सुभाष ने उसे रुपया देने का लालच दिया था। वह ऐसे ही घटना में शामिल हो गया।