ट्रेनों की रफ्तार में कोहरे ने लगाया बे्रक, स्टेशन पर ठंड से ठिठुरते रहे यात्री

पंजाब मेल, जनता, अर्चना, नीलांचल भी लेट, अनिश्चित रही वीएल

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PRATAPGARH: साढ़े तेरह घंटे में इंटरसिटी एक्सप्रेस मात्र ढाई सौ किलो मीटर का सफर तय की। यह बात सुनने में थोड़ी अटपटी पर सोलह आने सच है। यह ट्रेन कानपुर से चलकर प्रतापगढ़ आने के निर्धारित समय से शनिवार को साढ़े तेरह घंटे लेट पहुंची। इससे लखनऊ व कानपुर के यात्रियों काफी परेशान रहे।

यात्री सुबह जब कानपुर व लखनऊ जाने के लिए स्टेशन पर पहुंचे तो पता चला कि इंटरसिटी अभी प्रतापगढ़ ही नहीं पहुंची तो वे निराश हो गए। शुक्रवार से शुरू हुए कोहरे की मार से ट्रेनें पिट रही हैं। जिसका असर यात्रियों के चेहरों पर साफ झलक रहा है। इसके अलावा पंजाब मेल, जनता एक्सप्रेस, अर्चना एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें लेट रही। ऐसे में ट्रेनों के बारे में जानकारी करने के लिए पूछताछ काउंटर पर यात्रियों की जबरदस्त भीड़ रही।

अफसरों कोहरे को बताया कारण

बता दें कि जाड़े की शुरुआत होते ही ट्रेने की रफ्तार कम हो गई थी जिससे ज्यादातर ट्रेने स्टेशन पर लेट पहुंच रही थी। इसके बाद जब कोहरा पड़ना स्टार्ट हुआ तो ज्यादातर पैसेंजर ट्रेनों को जहां रद्द कर दिया गया वहीं एक्सप्रेस ट्रेन घंटों लेट पहुंचने लगी। बीच में मौसम साफ रहने के दौरान लंबी दूरी की कई ट्रेनें पहले से ही लेट चल रही थी। ऐसे में रोजाना आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रतापगढ़ से व्यापार के लिए कई व्यापारी रोजाना कानपुर व लखनऊ के लिए इंटरसिटी एक्सपे्रस ट्रेन को पकड़ते हैं।

ट्रेन लेट होने से यात्री परेशान

लेकिन ठंड शुरु होते ही यह ट्रेन वापसी में खूब पिट रही है। प्रतापगढ़। स्टेशन से यह ट्रेन कानपुर के लिए भोर में लगभग 4.35 बजे छूटती है और कानपुर से शाम 5.35 बजे। इस ट्रेन के प्रतापगढ़ जंक्शन पर पहुंचने का समय रात 11 बजे है। कानपुर से प्रतापगढ़ की दूरी लगभग ढाई सौ किमी है, लेकिन दो दिन से यह ट्रेन अगले दिन सुबह पहुंच रही है। शनिवार को यह ट्रेन सुबह साढ़े छह बजे यहां पहुंची और सुबह 8.05 बजे यहां से कानपुर के लिए रवाना हुई। जबकि इस ट्रेन का यहां से रवाना होने का समय भोर में 4.35 बजे है।

कई अन्य ट्रेनें भी पिटीं

इसके अलावा लखनऊ से शाम को वाराणसी जाने वाली लखनऊ वाराणसी पैसेंजर अनिश्चित कालीन लेट रही। सुबह वाराणसी से लखनऊ जाने वाली वीएल पैसेंजर 3 घंटे देर से चल रही थी। पुरी से नई दिल्ली जाने वाली नीलांचल एक्सप्रेस भी इतनी ही लेट थी। हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल साढ़े छह घंटे, अमृतसर से हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल दो घंटे, देहरादून से वाराणसी जाने वाली जनता एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, वाराणसी से देहरादून जाने वाली जनता एक्सप्रेस 45 मिनट, राजेंद्रनगर से जम्मूतवी जाने वाली अर्चना एक्सप्रेस दो घंटे लेट रही। ट्रेनों के विलंब से चलने के कारण यात्री काफी परेशान थे। ट्रेनों के बारे में जानकारी करने के लिए यात्री पूछताछ काउंटर पर भीड़ लगाए थे।