- वार्ड-1 में दो घंटे भी मुश्किल से नसीब हो रहा है पानी

- जेनरेटर थू्र वॉटर सप्लाई नहीं हो पा रही है कारगर

- वॉटर टैंक के पानी के कनेक्शन कटे

Meerut : कैंट के सभी वॉटर टैंक के पानी के कनेक्शन कट जाने के बाद वैसे तो पूरे कैंट में हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन वार्ड-1 के लोगों कुछ ज्यादा ही परेशान हो रहे हैं। पब्लिक का कहना है पानी दो घंटे भी नसीब नहीं हो रहा है। ताज्जुब की बात तो ये है कि वार्ड में पानी सप्लाई के लिए 1000 किलो लीटर की पानी की टंकी है, लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है। पानी का प्रेशर कम है, जिससे पहले और दूसरे माले में पानी पहुंच ही नहीं रहा। पब्लिक की नजरों में कैंट बोर्ड के अधिकारियों के साथ पीवीवीएनएल के अधिकारी भी दोषी बन गए हैं।

कोई नहीं छीन सकता जीवन का अधिकार

लोगों का कहना है कि जल को जीवन कहा जाता है अगर कोई इस पर पाबंदी लगा दे तो वो मौलिक अधिकारी के हनन के बराबर है। तोपखाना में रहने वाली 60 वर्षीय सरला का कहना है कि कैंट बोर्ड से ज्यादा बड़ी गलती तो पीवीवीएनएल के अधिकारियों की है। डिपार्टमेंट के पास कैंट बोर्ड से अपनी रिकवरी करने के दूसरे तरीके भी अपना सकता था। डीएम और कोर्ट लेवल पर भी रिकवरी हो सकती थी। वहीं लालाराम का कहना है कि अगर आप टंकी के पॉवर कनेक्शन काट देंगे पब्लिक को पानी कैसे मिलेगा। इस बारे में पीवीवीएनएल अधिकारियों को भी सोचना चाहिए था।

ये है वार्ड की स्थिति

वार्ड की सिविल आबादी : 14,000

वॉटर टैक्स पेयर : 850

पानी की टंकी की क्षमता : 1000 केएल

टंकी में डीजल की खपत : 80 लीटर (5 घंटे के लिए)

पब्लिक वर्जन

पिछले दो तीन दिनों से पानी की काफी किल्लत है। दिन में मुश्किल से दो घंटे भी पानी भी नसीब नहीं हो रहा है।

- लालाराम

जेनरेटर से पानी की सप्लाई ठीक नहीं हो रही है। पानी बिल्कुल नहीं मिल रहा है। पानी का प्रेशर काफी कम है।

- सरला

कैंट की गलती का खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। कैंट बोर्ड ने टैक्स नहीं दिया लेकिन हम तो टैक्स दे रहे हैं।

- कन्हैया

पीवीवीएनएल के अधिकारियों को भी इस बारे में सोचना चाहिए था। कोर्ट के माध्यम से भी रिकवरी की जा सकती थी।

- अनिता

पीवीवीएनएल हो या कैंट बोर्ड। दोनों ही पब्लिक के दोषी है। दोनों ही पब्लिक के अधिकारों का हनन कर रहे हैं। पानी पर सभी का अधिकार है।

- मुकुल

ग्राउंड फ्लोर पर पानी का प्रेशर काफी कम है। फ‌र्स्ट और सेकंड फ्लोर तक तो पानी आ ही नहीं रहा है। जिससे पीने का पानी भी खरीदना पीना पड़ा है।

- राजीव

ऑफिशियल वर्जन

हमारी ओर से जेनरेटर के थ्रू पांच घंटे पानी मुहैया कराया जा रहा है। अगर किसी को सप्लाई में प्रॉब्लम हो रही है तो कार्यालय में आकर शिकायत दर्ज करा सकता है। जल्द ही पानी की सप्लाई सुचारू हो जाएगी।

- राजीव श्रीवास्तव, सीईओ, कैंट बोर्ड

कैंट बोर्ड के अधिकारियों से इस बारे में बात की जा रही है, क्योंकि पब्लिक काफी परेशान है। हम पीवीवीएनएल के अधिकारियों से बात करने को कहेंगे और जल्द व्यवस्था को दुरुस्त कराने की कोशिश करेंगे।

- रिनी जैन, मेंबर वार्ड-1, कैंट बोर्ड