महिला थी पायलट, महिलाओं ने ही पूरी ट्रेन में की टिकट चेकिंग

महिला स्टॉफ ने बगैर टिकट यात्रा कर रहे दस लोगों को पकड़ा

ALLAHABAD: लखनऊ-प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस पर डे की तरह गुरुवार को भी रेलवे ट्रैक पर दौड़ी, लेकिन अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उसकी कमान महिला हाथों में थी। उत्तर रेलवे की पहल पर ट्रेन पूरी तरह से 12 महिला रेल कर्मचारियों के भरोसे रही। लोको पायलट ममता यादव के नेतृत्व में ट्रेन के साथ महिला कर्मचारियों की टीम गुरुवार को जब प्रयाग स्टेशन पहुंची तो स्टेशन अधीक्षक पीके मणि त्रिपाठी के साथ ही अन्य रेल कर्मचारियों ने उनका भव्य स्वागत किया।

पायलट के चेहरे पर दिखा जोश

इंटर सिटी की लोको पायलट ममता यादव के चेहरे खुशी साफ झलक रही थी। उनका उत्साह भी गजब का था। उन्होंने कहा कि उनका परिवार मूल रूप से गोरखपुर के चौरीचौरा का रहने वाला है। पिता रामचंद्र यादव सहारा इंडिया के रीजनल ऑफिस मेरठ में सेक्टर मैनेजर हैं। मां हाउस वाईफ हैं। वह तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं। दोनों छोटी बहनें और छोटा भाई पढ़ते हैं। पिता मेरठ और पूरा परिवार लखनऊ में रहता है। ममता ने गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कालेज लखनऊ से इलेक्ट्रानिक्स में डिप्लोमा किया है। करीब 18 महीने पहले ही उन्होंने रेलवे में नौकरी शुरू की है।

आप भरोसा जताएं, हम खरी उतरेंगी

ममता ने बताया कि सहायक लोको पायलट के रूप में उन्होंने 18 महीने की नौकरी में 11 फरवरी-2017 को सहारनपुर से धुरी, पंजाब तक गुड्स ट्रेन पहली बार चलाई थी। लेकिन पहली बार किसी पैसेंजर ट्रेन को चलाने की जिम्मेदारी दी गई। इसका निर्वहन कर मैं काफी खुश हूं और अपनी खुशी के बारे में बयां नहीं कर सकती हूं। गुड्स ट्रेन की जगह पैसेंजर ट्रेन को लेकर चलना बड़ी जिम्मेदारी है। ममता यादव ने कहा कि उत्तर रेलवे ने मेरे साथ ही अन्य महिला रेल कर्मचारियों को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर उनके अंदर जोश, उत्साह के साथ ही आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार किया है। अगर इसी तरह पूरा देश महिलाओं पर विश्वास जताए, उन्हें आगे बढ़ाए और जिम्मेदारी सौंपे तो पूरा देश बदल सकता है।

बेटिकट यात्रियों को पकड़ा

14210 प्रयाग इंटर सिटी एक्सप्रेस गुरुवार को 11.45 पर प्रयाग स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन में सहायक लोको पायलट से लेकर रनिंग स्टॉफ (टीटीई) भी महिलाएं रहीं। महिला कर्मचारियों में सहायक लोको पायलट ममता यादव के अलावा रनिंग स्टॉफ में मुंद्री देवी, विजय लक्ष्मी, नारायणी देवी, शशिबाला और उर्मिला देवी शामिल रहीं। रनिंग स्टॉफ की जिम्मेदारी संभालने वाली महिलाओं ने 10 बिना टिकट यात्रियों को भी पकड़ा।

आराम किया और ट्रेन लेकर लौटीं

प्रयाग स्टेशन पहुंचने के बाद महिला रेल कर्मचारियों ने भोजन के बाद आराम किया। प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस प्रयाग से लखनऊ के लिए अपने निर्धारित समय दोपहर 3.50 पर लखनऊ के लिए रवाना की गई। प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस लेकर महिला टीम लखनऊ लौट गई।