नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन और प्राइवेट एजेंसी ने की कार्रवाई

150 से अधिक आउटसोर्सिग कर्मचारी नौकरी से बाहर

ALLAHABAD: पिछले करीब चार महीने से मानदेय का भुगतान न होने से परेशान आउटसोर्सिग में तैनात सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को जुलूस निकाल कर विरोध जताया था। उन्होंने एजेंसी गरुणा इंटरप्राइजेज पर कर्मचारियों के पीएफ का पैसा हजम करने का आरोप लगाया था। इसका नतीजा ये हुआ कि प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को काम में लापरवाही का आरोप लगाते हुए नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन और प्राइवेट एजेंसी द्वारा नौकरी से निकाल दिया गया।

काम में लापरवाही का आरोप

31 दिसंबर को करीब 150 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। इन पर काम में लापरवाही बरतने और बिना बताए छुट्टी पर रहने का आरोप लगाया गया। कर्मचारियों का कहना है कि एजेंसी का आरोप गलत है। वे लगातार काम कर रहे हैं। जिन कर्मचारियों ने नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन और एजेंसी के खिलाफ आवाज बुलंद की उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आउटसोर्सिग में कर्मचारियों की तैनाती और मानदेय भुगतान के नाम पर नगर निगम में पिछले करीब पांच वर्ष से खेल चल रहा है। नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन एजेंसी को प्रति कर्मचारी 7500 रुपये प्रतिमाह के अनुसार भुगतान कर रहा है। वहीं संबंधित एजेंसी बस केवल 5500 रुपये कर्मचारी को दे रही है। शेष पैसा पीएफ खाते में जमा किए जाने की बात कही जाती है। लेकिन पीएफ खाता का नंबर क्या है? अभी तक कितना पैसा जमा हो चुका है, इसकी जानकारी न तो नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन और न ही कर्मचारियों को दी जा रही है। मेयर की जांच में भी लापरवाही सामने आ चुकी है। लेकिन संबंधित एजेंसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

आउटसोर्सिग ठेकेदार ही बता सकता है इस बारे में कुछ। वैसे कार्रवाई काफी हुई है। जो लोग रेग्युलर नहीं थे, लापरवाही करते थे, उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। अरुण के पास डिटेल होगी, वही बता सकते है।

हरिकेश चौरसिया

नगर आयुक्त, नगर निगम इलाहाबाद

जो कर्मचारी लापरवाही बरतते हैं, एक-एक सप्ताह तक गायब रहते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए ठेकेदार को कहा जाता है। लेकिन कार्रवाई ठेकेदार ही करता है। ये सही बात है कि 100-150 कर्मचारी निकाले गए हैं। लेकिन किस कर्मचारी को क्यों निकाला गया है, इसके बारे में ठेकेदार ही बता सकते हैं।

डॉ। अरुण

नगर स्वास्थ्य अधिकारी

नगर निगम इलाहाबाद

मानदेय की मांग करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसा कोई आदेश नहीं हुआ है। इसकी जानकारी हमें नहीं है।

संजय पाल

ठेकेदार, गरुणा एजेंसी