- मोहान रोड के कलिया खेड़ा और प्यारेपुर गांव की 167 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा लेने में जुटे अधिकारी

- मुआवजे को लेकर किसानों से चल रहा है विवाद

LUCKNOW: एलडीए मोहान रोड पर अपनी अधिग्रहीत जमीन पर कब्जा पाने के लिए संघर्ष कर रहा है। यहां पर 167 हेक्टेयर जमीन किसानों के विवाद में फंसी हुई है। जबकि एलडीए ने किसानों को प्रतिकर देने के लिए 500 करोड़ रुपए जमा कर रखे हैं, लेकिन मैनेजमेंट सिस्टमैटिक ना होने की वजह से वह जमीन पर कब्जा नहीं ले पा रहे हैं।

नहीं सुलझ रहा मामला

अपर सचिव सीमा सिंह ने 4 जनवरी क ो मोहान रोड का दौरा कर जमीन पर कब्जा लेने क ा निर्देश दिया था, लेकिन अधिकारी कब्जा लेने में सफल नहीं रहें। बैठकों का दौर चालू है, लेकिन अफसरों व किसानों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। मोहान रोड के कलिया खेड़ा और प्यारेपुर गांव की 270 हेक्टयर जमीन का अधिग्रहण एलडीए ने कई वर्ष पूर्व किया था, लेकिन किसानों से मुआवजे को लेकर मतभेद होने से जमीन पर कब्जा नहीं लिया जा सका।

कब्जे का दिया निर्देश

बताया जा रहा है कि बड़ी मशक्कत और प्रयास के बाद अर्जन विभाग 113 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा ले सका। शेष 167 हेक्टेयर जमीन के लिए एलडीए संघर्ष कर रहा है। यह तब है जब एलडीए ने किसानों क ा मुआवजा देने के लिए 500 करोड़ रुपए जिला प्रशासन में जमा करा रखे हैं। हालांकि बीते दो हफ्तों से एलडीए की टॉप मैनेजमेंट की मीटिंग में अफसरों ने शेष जमीन पर कब्जा कर कार्य शुरू करने के निर्देश िदए हैं।

एक्सपीरियंस ऑफिसर्स भी हो रहे फेल

लंबे समय से फंसी जमीन को अपने कब्जे में लेने के लिए एलडीए ने विशेष टीम बनाई है। इस टीम में अर्जन का स्पेशल एक्सपीरियंस रखने वाले धनंजय शुक्ला को जमीन पर कब्जा लेने की जिम्मेदारी का प्रभार सौंपा गया है। सभी फैसल्टीज व संसाधन देने के बाद भी शेष जमीन पर अबतक कब्जा नहीं लिया जा सका है। जबकि वर्तमान डीएम सत्येंद्र सिंह को एलडीए उपाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार मिला हुआ है। उपाध्यक्ष का सख्त निर्देश है कि जमीन को हर हाल में सुरिक्षत रखा जाए। इसके लिए जरूरी सभी कदम उठाए जाएं।

मोहान रोड पर जमीन पर कब्जा लेने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्यारेपुर और कलिया खेड़ा का दौरा अर्जन के अधिकारियों ने किया है। किसानों से वार्ता चल रही है।

अरुण कुमार, सचिव, एलडीए