- 17 कैदियों की मौत कहां हुई पता नहीं, पीएमसीएच ने कहा कि उसके यहां नहीं हुई तो बेउर जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि उसे पता नहीं

- आए दिन जेलों में बेमौत मर रहे हैं कैदी, कैदियों के मानवाधिकार की किसी को फिक्र नहीं

PATNA : जेल में बंद कैदियों को क्या सुविधा मिलती है इस पर बहस करने की बात नहीं है। लेकिन दुख इस बात की है कि जेल में मौत भी बदनसीबों वाली मिल रही है। जेल में बंद कैदियों की हालत यह है कि छोटी-मोटी बीमारियां भी उसे मौत की नींद सुला देती है। उस पर जेल एडमिनिस्ट्रेशन मिट्टी डालने का काम करता है। इसका खुलासा खुद जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने किया है। आरटीआई में मांगे गए जवाब में जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि कैदियों की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई है। जब यही सवाल पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन से पूछा गया तो जबाव मिला कि मेरे यहां किसी भी कैदी की मौत नहीं हुई है। अब सवाल उठता है कि आखिर दो सालों में बेउर में बंद क्7 कैदी की मौत कहां हुई।

बेउर का हाल है बुरा

वर्ष ख्0क्ख्-ख्0क्फ् के बीच क्7 कैदियों की हुई है। लेकिन बेउर जेल एडमिनिस्ट्रेशन बताता है कि ये मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई है, जबकि पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन ने जानकारी दी है कि एक जनवरी ख्0क्ख् से एक दिसंबर ख्0क्फ् तक के बीच कैदी की मौत पीएमसीएच में नहीं हुई है। इस संबंध में पब्लिक मिशन के प्रेसीडेंट संजय सिंह ने बताया कि सिर्फ बेउर ही नहीं, बल्कि तमाम जेल की एक ही हकीकत है। इस तरह की घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषी को सजा मिलनी चाहिए।

मृत कैदियों की संख्या

बेउर आदर्श कारा - क्7

केंद्रीय कारा बक्सर - क्भ्

केंद्रीय कारा भागलपुर - क्ब्

अनुमंडल कारा भागलपुर - क्

मंडल कारा जहानाबाद - ख्

उप कारा हिलसा - क्

मंडल कारा शेखपुरा - ख्

मंडल कारा औरंगाबाद - ब्

उपकारा दानापुर - ख्

मंडल कारा फुलवारी शरीफ - ख्

जिला कारा अररिया - फ्

जेल में बंद कैदियों का मानवाधिकार

किसी भी जेल में कैदियों का अपना मानवाधिकार होता है। ऐसे में जेल में अगर उसकी मौत होती है, तो उसका पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में होना चाहिए। उन सभी प्रक्रियाओं का पालन किया जाना चाहिए जो कानून सम्मत है।

सिर्फ सासाराम के कैदी को दिया मुआवजा

सासाराम के सजावार बंदी स्व। इंद्रदेव महतो की मृत्यु ख्ब् फरवरी क्ख् को इलाज के क्रम में हुई थी। इसके बाद एक लाख रुपए नगद मुआवजा उसके फैमिली मेंबर को दिया गया था, जबकि अन्य कैदियों की मौत पर कोई पूछता तक नहीं है।