RANCHI : हजारों महावीरी झंडे से रामनवमी की शोभायात्रा में चार चांद लग गया। अखाड़ों के जुलूस में विशालकाय झंडे हर किसी का आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। शोभायात्रा में मनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर के 182 फीट लंबा झंडे से पूरा अल्बर्ट एक्का चौक ढंक गया था। इसके अलावा श्री महावीर मंडल का 120 साल पुराना पारंपरिक महावीरी झंडा भी तपोवन मंदिर में चढ़ाया गया। शोभायात्रा में महावीरी झंडे के साथ फोटो लेने की श्रद्धालुओं में होड़ मची हुई थी। खासकर बड़े झंडों को छूने की बेकरारी बच्चों में देखते ही बन रही थी।

नौ घंटे गुल रही बिजली

रामनवमी की विशाल शोभायात्रा के मद्देनजर ऐहतियात के तौर पर बिजली सप्लाई बंद कर दी गई थी। दोपहर दो बजे से रात 11 बजे तक बिजली गुल रही। बिजली नहीं होने से जहां घरों में सन्नाटा था, वहीं सड़कों पर रौनक ही रौनक थी। कई इलाकों में बिजली नहीं होने से लोगों को पानी संकट भी झेलना पड़ा। वैसे आयोजन स्थलों और स्वागत शिविरों में जेनरेटर के जरिए बिजली की व्यवस्था की गई थी।

इक्के-दुक्के चले ऑटो

नही चले ऑटो - रामनवमी जुलूस को देखते हुए सड़कों से ऑटो भी गायब हो चुके थे। लालपुर, कोकर, स्टेशन रोड, और रातू रोड इलाके में इक्के-दुक्के ऑटो ही नजर आ रहे थे। वैसे, सुबह में ऑटो कुछ घंटों के लिए चले जरूर, पर दोपहर एक बजे जब शोभायात्रा निकली तो ऑटो भी नदारद हो गए। दूसरी तरफ, पूरे दिन पिंक ऑटो का परिचालन बंद रहा।

जहां-तहां लगा रहा जाम

रामनवमी को लेकर जहां सुबह में मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी, वहीं दोपहर एक बजे विशाल शोभायात्रा और जुलूस ने शहर की रफ्तार थाम दी। जहां-तहां जाम की वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। वैसे पैदल चल रहे लोग रामनवमी के जुलूस का भरपूर लुत्फ उठाया।

कूड़े- कचरे ने खोली पोल

नगर निगम की ओर से रामनवमी के मद्देनजर साफ-सफाई की कितनी व्यवस्था की गई थी, सकी पोल खुल गई। बेमौसम की बारिश से नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगा था तो कचरे भी सड़कों पर जहां-तहां फैल गए थे। इस वजह से जुलूस में शामिल होनेवालों को भी परेशानी उठानी पड़ी।