RANCHI: न्यू मार्केट रातू रोड स्थित आरआरडीए की 184 दुकानों को सील किया जा सकता है। रांची रिजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी(आरआरडीए) ने इन दुकानदारों को लास्ट नोटिस जारी करते हुए बकाया किराया जमा करने का निर्देश दिया है। तय समय के अंदर बकाया किराया जमा नहीं करते हैं तो उनकी दुकानों को तत्काल सील किया जाएगा। फिर ये दुकानें दूसरों को अलॉट कर दी जाएंगी। बताया गया कि आरआरडीए का करीब तीन करोड़ रुपए रेंट बकाया है, जो कई सालों से बाकी पड़ा है।

1970 में बना था न्यू मार्केट

रातू रोड स्थित न्यू मार्केट में लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से 1970 में 245 दुकानों का निर्माण हुआ। इसके बाद 1983 में और 2000 में भी कुछ दुकानें बनीं। हालांकि, 1970 में बनीं दुकानों की कभी रंगाई-पुताई नहीं हुई। पहली मंजिल के बाद दूसरी मंजिल बनानी थी, लेकिन आज तक नहीं बनी। जो दुकानें बनीं, उसका रख-रखाव भी ढंग से नहीं किया गया।

क्यों नहीं दे रहे किराया

मामले में कुछ दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि पहले से जो तय किराया था, उसके अनुसार हमलोग किराया देने को तैयार हैँ। लेकिन आरआरडीए द्वारा किराया में बढ़ोतरी कर दिए जाने के कारण लोग पैसा जमा नहीं कर रहे हैं।

लाखो रुपए किराया, पर मेंटेनेंस नहीं

आरआरडीए के पास कुल 749 दुकानें हैं और उसे हर महीने 9,13,977 रुपए महीना भाड़ा आता है। दुकानों का किराया 15 रुपया वर्गफ ट वसूला जाता है। इसके बाद भी दुकानों की मरम्मत नहीं होती। न्यू मार्केट में ही 1983 में बनी दुकानों में ऊपर जाने के लिए चैनल की आज तक रंगाई नहीं हुई न दीवार पर सफेदी ही की गई है। जर्जर दुकानों के पीलर से रेलिंग अलग हो चुकी है।