उम्र में छोटे पर जज्बा है बड़ा! 10 साल के दो बच्‍चे नदी की गंदगी साफ करने अकेले ही जुटे
चौथी क्लास के निखिल और आदित्य 20 दिनों से नदी की सफाई में जुटे
निखिल और आदित्य दोनों दस- दस साल के हैं। दोनों चुटिया के ही सेंट फ्रांसिस पब्लिक स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ते हैं। दोनों बच्चे बहुत अच्छे दोस्त हैं। ये दोनों दोस्त हर दिन साइकिल से नामकुम के केतारी बगान स्थित इक्कीसी महादेव मंदिर आते हैं। यहां तीन घंटे तक स्वर्णरेखा नदी की साफ- सफाई करते हैं। इनका संकल्प है मंदिर से सटी स्वर्णरेखा नदी को साफ करना। नौ मई को श्रमदान द्वारा नदी को साफ करने की एक मुहिम रांची के एक स्वतंत्र पत्रकार ने शुरू की थी। इस मुहिम में बाकी लोग तो बस फोटो खिंचाकर चले गए, लेकिन निखिल और आदित्य को नदी की सफाई की ऐसी लगन लगी कि बिना किसी कारवां के दोनों अकेले ही स्वर्ण रेखा नदी की सफाई में जुटे हैं।

उम्र में छोटे पर जज्बा है बड़ा! 10 साल के दो बच्‍चे नदी की गंदगी साफ करने अकेले ही जुटे
नदी में लगा है गंदगी का अंबार
नदी में जलकुंभी और कूड़े कचरे का अंबार लगा हैहर शहर की तरह रांची के लोगों ने भी मंदिर के आसपास घाटों पर खूब कूड़ा कचरा फैला रखा है। इसके अलावा नदी के पानी में जलकुम्भी का अंबार है, लेकिन, रांची नगर निगम और प्रशासन का इस मामले पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है।

उम्र में छोटे पर जज्बा है बड़ा! 10 साल के दो बच्‍चे नदी की गंदगी साफ करने अकेले ही जुटे
रोज 3 घंटे करते हैं सफाई के लिए श्रमदान
इस नदी की के सफाई के लिए ये दोनों बच्चे महादेव मंदिर सुबह सुबह ही पहुंच जाते हैं और रोज करीब 3 घंटे तक जुटकर सफाई करते हैं। 8 बजते ही दोनों वहां से स्कूल के लिए निकल जाते हैं। निखिल और आदित्य के लिए पिछले 20 बाइस दिनों से रोज का यही रूटीन हो गया है।

 

Interesting News inextlive from Interesting News Desk