RANCHI : पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट पर रोक से भले ही आम जन त्रस्त हैं, लेकिन इसने झारखंड बिजली निगम को 'मालामाल' कर दिया है। बिल जमा करने के लिए पुराने बड़े नोट ग्रहण किए जाने से उपभोक्ताओं में बिजली बिल जमा करने की होड़ सी मच गई है। पांच सौ और एक हजार के नोट खपाने के लिए लोग महीनों का बकाया बिल एक साथ जमा कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले तीन दिनों में ही रांची सर्किल को सिर्फ बिजली बिल से ही राजस्व के रुप में दो करोड़ रुपए मिल चुके हैं।

बिल जमा करने के लिए कर रहे अवेयर

तीन दिन में बिजली बिल से दो करोड़ रुपए की रिकवरी से बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी उत्साहित हैं। वे शहर के मुहल्लों के साथ गांवों में भी जाकर लोगों को इस बात से अवेयर कर रहे हैं कि पुराने बड़े नोट से वे अपना बकाया बिजली बिल जमा कर सकते हैं। इसके लिए बाकायदा लाउड स्पीकर से प्रचार-प्रसार कर किया जा रहा है। इतना ही नहीं, सार्वजनिक जगहों पर होर्डिंग्स भी लगाए गए हैं, ताकि लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाई जा सके और वे पुराने बड़े नोट का इस्तेमाल बिजली बिल जमा करने में कर सकें।

खोले गए हैं अलग से कैश काउंटर

उपभोक्ताओं की भीड़ को देखते हुए बिजली विभाग ने रांची बिजली सर्किल के सभी सब डिवीजन में अलग से कैश काउंटर खोले हैं। यहां बिजली बिल जमा करने वालों का रिकॉर्ड भी बनाया जा रहा है। यह भी दर्ज किया जा रहा है कि कितने लोगों ने बिल जमा किया और राजस्व में विभाग को कितने पैसे मिले।

नोट एक्सचेंज करने से अच्छा है कि बिल जमा करें

कोकर बैंक कॉलोनी के रहने वाले मनोज कुमार ने बताया कि, पांच सौ और एक हजार के नोट एक्सचेंज करने के लिए बैंकों में लंबी लाइन लग रही है। इससे बेहतर है कि इस पैसे का इस्तेमाल बिजली बिल का बकाया देने में कर दें। लोगों को भी चाहिए कि बड़े नोटों का इस्तेमाल बकाए बिल को जमा करने में करें।

24 नवंबर तक स्वीकारे जाएंगे पुराने नोट

बिजली वितरण निगम, रांची सर्किल के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर अजित कुमार ने बताया कि 24 नवंबर तक ही पांच सौ और एक हजार के नोट बिजली बिल जमा करने के लिए लिए जाएंगे। उपभोक्ता इसका फायदा ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिनों में ही दो करोड़ रुपए के बिजली बिल की रिकवरी हो चुकी है।

नगर निगम का टैक्स कलेक्शन का न्यू रिकॉर्ड

बकाया टैक्स जमा करने के लिए पांच सौ और एक हजार के नोट लिए जाने के निर्णय से रांची नगर निगम का 'खजाना' भर दिया है। पिछले तीन दिनों में एक करोड़ लोगों ने टैक्स जमा किया है। इससे नगर निगम को राजस्व के रुप में एक करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है। इस तरह निगम ने टैक्स कलेक्शन का नया रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले महीने भर में भी नगर निगम टैक्स के रुप में करोड़ रुपए नहीं कलेक्ट कर पाता था।