- रक्षा राज्यमंत्री ने कहा, बदलेगी सबसे बड़े आयात वाले देश की तस्वीर

- 20 हजार करोड़ रुपए से आकार लेगा डिफेंस कॉरिडोर

LUCKNOW:

यूपी डिफेंस प्रोडक्शन कॉरिडोर देश के रक्षा सेक्टर के विकास एवं आत्मनिर्भरता में सहायक सिद्ध होगा। यह कॉरिडोर अलीगढ़, आगरा, झांसी, चित्रकूट, लखनऊ एवं कानपुर से होकर गुजरेगा। रक्षा राज्यमंत्री डॉ। सुभाष भामरे ने बुधवार को लखनऊ में यूपी डिफेंस प्रोडक्शन कोरिडोर पर आयोजित इंडस्ट्ी इंटेरेक्शन सेशन को संबोधित किया।

मिलेंगे 20 हजार करोड़ रुपए

इस अवसर पर डॉ। सुभाष भामरे ने कहा कि हम गर्व से कह सकते हैं कि दुनिया की बेहतरीन आर्मी हमारी है। ऐसे में सरकार का दायित्व है कि वह ऐसे जांबाज जवानों को उनकी जरूरत के अनुसार हथियार मुहैया कराए। यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से सैन्य साजोसामान की आपूर्ति की जाएगी। वहीं दूसरी ओर हथियार इंडस्ट्रीज से देश का आर्थिक विकास तेजी से होगा। यूपी के डिफेंस कॉरिडोर के लिए केंद्र सरकार 20 हजार करोड़ रुपये देगी। इससे ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।

40 प्रतिशत हथियारों का आयात

उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि हम 40 फीसद से अधिक हथियार आयात करते हैं। सेना में सबसे अधिक जवान, अफसर और जेसी यूपी से आते हैं। देशभक्ति का जो जज्बा यूपी में दिखता है वह सराहनीय है। कई क्षेत्रों में यूपी नंबर वन है। अब समय आ गया है जबकि डिफेंस प्रोडक्शन में भी यूपी नंबर वन बने।

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता जरूरी

अपने संबोधन में डॉ। भामरे ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता जरूरी है। आज के बदलते युद्धक रणनीति के परिदृश्य में स्वदेशीकरण जरूरी है और इसके लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। रक्षा निर्माण के क्षेत्र में कुल 25 मुख्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है। दो राज्यों उत्तर प्रदेश व तमिलनाडु में डिफेंस कोरिडोर निर्माण के लिए वर्तमान बजट के दौरान वित्तमंत्री द्वारा घोषणा की गई थी।

चीन के करीब यूपी, मिलेगा लाभ

सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफेक्चर्स के महानिदेशक ले। जनरल (अवकाशप्राप्त) सुब्रत साहा ने कहा कि नार्दर्न फ्रंट पर यूपी चीन के बेहद करीब है। हमको सीमा पर अग्रिम हिस्सों में तैनात जवानों से फीडबैक लेकर तकनीक को सुधारना होगा। पिछले दिनों ही डिफेंस प्रोडक्शन पालिसी का ड्राफ्ट निकला है। पहली बार आत्म निर्भरता के लिए 13 मुख्य सेक्टर चुने गए हैं। डिफेंस कॉरिडोर से 2022 तक 1.70 लाख करोड़ का टर्न ओवर करने का लक्ष्य हैं। इसमें 33 हजार करोड़ रुपये का निर्यात होगा।

यूपी में रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि स्टेकहोल्डर्स के साथ चल रही वार्ता डिफेंस प्रोडक्शन कोरिडोर के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह कोरिडोर उत्तर प्रदेश के विकास में सफल होगा। उन्होंने कहा कि इस कोरिडोर के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर मिलेगें तथा उत्तर प्रदेश में लघु, अतिलघु एवं सुक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा जिससे आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।

एक महत्वपूर्ण कदम

इस दौरान प्रदेश के उद्योग विकास मंत्री सतीश महाना कहा कि यह डिफेंस कॉरिडोर रक्षा में आत्मनिर्भरता के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर के कलस्टर जिन जगहों पर लगाए जाएंगे वहां की प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट 31 अगस्त तक आ जाएगी। इसके बाद एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट होगा। बुंदेलखंड में आर्टीलरी की टेस्टिंग रेंज बनाई जाएगी। हर कलस्टर के पास फ्रेड कॉरिडोर और एक्सप्रेस वे को जोड़ा जाएगा।