- खोराबार के रामगढ़ फीडर का केबल फॉल्ट होने से खड़ी हुई समस्या

GORAKHPUR: पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति देने का दावा तो करता है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है। खोराबार क्षेत्र के रामगढ़ फीडर में केबल की खराबी के चलते करीब 20 हजार घरों में तकरीबन 27 घंटे बिजली को लेकर हाहाकार मचा रहा। इनवर्टर जैसी वैकल्पिक व्यवस्था के फेल हो जाने से अंधेरे में रात काटने को प्रभावित क्षेत्र के उपभोक्ता मजबूर रहे। विभाग की इस लचर व्यवस्था को लेकर उपभोक्ता आक्रोश में रहे।

खोराबार विद्युत उपकेंद्र से रामगढ़ फीडर निकलता है। इस फीडर से जुड़े मोहल्ले व गांव को शहरी बिजली आपूर्ति मिलती है। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे रामगढ़ फीडर के निकलने वाली 11 हजार की लाइन का केबल खराब हो गया। केबल की खराबी से फीडर से जुड़े तकरीबन दो दर्जन मोहल्ले व तीन दर्जन गांवों (करीब 20 हजार उपभोक्ता) की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। कुछ देर इंतजार के बाद प्रभावित क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने स्टेशन से लेकर जेई व अफसरों को कॉल करना शुरू किया। बताया गया कि खराबी आ गई है, जल्द आपूर्ति बहाल हो जाएगी। लेकिन पूरा दिन बीत जाने के बाद भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। हालांकि बिजली कर्मचारी खराबी को दुरुस्त करने में जुटे रहे। प्रभावित क्षेत्र के उपभोक्ता पूरी रात अंधेरे में काटने को विवश रहे। बुधवार सुबह भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। इनवर्टर जैसी वैकल्पिक व्यवस्था के फेल हो जाने से उपभोक्ताओं के घरों में बिजली व पानी के लिए हाहाकार मच गया। इतने लंबे समय तक आपूर्ति ठप होने से लोगों का सब्र जवाब दे गया और विभाग केप्रति उनका आक्त्रोश बढ़ने लगा। बुधवार दोपहर बाद आपूर्ति बहाल हो सकी।

प्रभावित रहे क्षेत्र

खोराबार क्षेत्र के रामगढ़ फीडर अंतर्गत केबल फॉल्ट होने से सूबाबाजार, रामपुर, महटोलिया, खोराबार गांव, मदरहवां, सिक्टौर, जमुना टोला, जंगल सिकरी, मिर्जापुर, पचपेड़वा, रायगंज, सनहा व कोनी आदि दर्जनों गांव व मोहल्लों में 27 घंटे बिजली आपूर्ति ठप रही।

बॉक्स

11 घंटे बिजली को तरसे दिव्यनगर के 500 उपभोक्ता

खोराबार विद्युत उपकेंद्र अंतर्गत दिव्यनगर सिद्धेश्वरी मंदिर के निकट मंगलवार रात करीब 1.30 बजे सागौन का पेड़ 11 हजार केवी तार पर गिर जाने से करीब 500 उपभोक्ताओं के यहां बिजली गुल हो गई। रात में फॉल्ट को बनाने का काम ठप रहा। सुबह जेई राजेश कन्नौजिया, लाइनमैन अनुराग व जितेंद्र सहित ठेकदार के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पेड़ को काटने काम शुरू हुआ। पेड़ को काटकर हटाने के बाद लाइन को दुरुस्त कर दोपहर करीब 3.30 बजे प्रभावित घरों की आपूर्ति बहाल की गई।