- सरकार ने लिया 20 केंद्रों को निजी संचालकों से चलाने का निर्णय

ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब : राज्य सरकार ने पर्यटन विकास का खाका निजी भागीदारी से विकसित करने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत राज्य के डेढ़ दर्जन से अधिक पर्यटन केंद्रों को निजी हाथों में सौंपकर की जाएगी। सरकार की मंशा निजी भागीदारी से इन केंद्रों को संचालित करते हुए पर्यटकों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने की है।

राज्य में पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पर्यटक सूचना केंद्र, मार्गीय सुविधा केंद्र, टूरिस्ट भवन इत्यादि का निर्माण सरकार के स्तर से कराया गया था। इन्हें अब पीपीपी मोड पर संचालित किया जाएगा। इन केंद्रों का संचालन निजी एजेंसियां करेंगी लेकिन मालिकाना हक राज्य सरकार के पास ही रहेगा। राज्य सरकार द्वारा हस्तांतरित संरचनाओं के रखरखाव, प्रबंधन एवं संचालन के लिए तकनीकी परामर्श की नियुक्ति की जाएगी। निजी संचालन के चयन के लिए खुली निविदा आमंत्रित की जाएगी। परिसंपत्तियों को निजी एजेंसियों को अधिकतम तीस वर्षो के लिए सौंपा जाएगा। निजी एजेंसी को सौंपी गई इकाई में राज्य सरकार की हिस्सेदारी भी निर्धारित की गई है। शर्तो के अनुसार निजी एजेंसी पहले वर्ष सरकार को मुनाफे में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी देगी। वहीं, दूसरे वर्ष यह बढ़कर 10 प्रतिशत हो जाएगी। इसी प्रकार तीसरे वर्ष 15, चौथे वर्ष 20 और पांचवें वर्ष 25 प्रतिशत की होगी। चयनित एजेंसी द्वारा अनुबंध शर्तो एवं अन्य न्यूनतम मानकों का शत प्रतिशत अनुपालन न होने की स्थिति में अनुबंध रद करने का भी प्रावधान किया गया है। निजी एजेंसियों की हैसियत लाइसेंसी की होगी। इन परिसंपत्तियों पर स्वामित्व प्राप्त नहीं होगा। राज्य सरकार समय-समय पर निरीक्षण कर इसकी जांच करेगी।

जिन केंद्रों को किया जाएगा सुपुर्द

पर्यटन सूचना केंद्र, देवघर, पर्यटन सूचना केंद्र मैक्लुस्कीगंज, पर्यटन सूचना केंद्र, बोकारो, पर्यटन सूचना केंद्र, डालटनगंज, मार्गीय सुविधा, हाता चौक, जमशेदपुर, मार्गीय सुविधा, चंदवा, लातेहार, मार्गीय सुविधा, टाटीझरिया, हजारीबाग, मार्गीय सुविधा, त्रिकुट, देवघर, मार्गीय सुविधा, महेशपुर, पाकुड़, मार्गीय सुविधा, मांझाटोली, टूरिस्ट कांप्लेक्स, मसानजोर, संस्कार भवन, बिंदुवासिनी मंदिर, बरहेट, साहिबगंज, गंगा भवन, राजमहल, साहिबगंज, संस्कार भवन अमरेश्वरधाम, खूंटी, टूरिस्ट कांप्लेक्स, कोडरमा, प्रशासनिक भवन एवं धर्मशाला, रजरप्पा, टूरिस्ट कांप्लेक्स, रजरप्पा, टूरिस्ट प्लेस, हटिया और संस्कार भवन सह रेस्टोरेंट।