-ज्वेलरी मार्केट की बल्ले-बल्ले, 25 करोड़ से अधिक की हुई बिक्री

-ऑटोमोबाइल बाजार रहा मिला-जुला, 55 करोड़ पर सिमटा बाजार

-इलेक्ट्रानिक आइटम और बर्तन की भी देर रात तक लोगों ने खूब की खरीदारी

GORAKHPUR: इस बार धनतेरस पर जहां बर्तन, ज्वेलरी और आटोमोबाइल मार्केट की बल्ले-बल्ले रही, वहीं इलेक्ट्रानिक मार्केट में व्यापारी देर रात तक सिर्फ उम्मीदों के सहारे कस्टमर्स का इंतजार करते रहे। हालांकि इस बार धनतेरस मिला-जुला रहा। शहर के व्यापारियों के अनुसार, इस साल करीब दो सौ करोड़ रुपए के कारोबार होने का अनुमान है। इसमें ज्वेलरी से लेकर बर्तन, आटोमोबाइल, गैजेट्स, बर्तन और फर्नीचर आदि श्ािमल हैं।

ज्वेलरी मार्केट की रही चांदी

व्यापारियों के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में इस साल धनतेरस में ज्वेलरी मार्केट में 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी रही। जबकि, गैजेट्स और ऑटोमोबाइल मार्केट फीकी रही। गैजेट्स व ऑटोमोबाइल की सेल में तीस प्रतिशत से अधिक गिरावट दर्ज की गई। सोना व्यापारियों का अनुमान है कि 25 करोड़ का व्यापार हुआ।

खूब बिकी चांदी

सराफा व्यापारियों के मुताबिक, इस साल सोने और चांदी के रेट्स गिरने से सेल भी अधिक बढ़ा है। यह बिक्री पहले की तुलना में बीस प्रतिशत से अधिक है। इसमें चांदी के सिक्कों से लेकर सोने और हीरे की ज्वेलरी आइट्म्स शामिल है। हालांकि हीरे की सेल धनतेरस में अन्य दिनों की तुलना में काफी कम है।

कुछ खास नहीं रहा आटोमोबाइल मार्केट

आटोमोबाइल मार्केट के व्यापारियों के मुताबिक इस बार पहले की तुलना में सेल कुछ खास नहीं है। करीब पांच सौ से अधिक चार पहिया और पांच हजार से अधिक दो पहिया गाडि़यां यानी करीब 55 करोड़ रुपए से अधिक की शाम तक बिक्री हो चुकी थी।

इस दिवाली फीका रहा गैजेट्स

इस बार धनतेरस के पहले से सिटी में गैजेट्स की मार्केट काफी डाउन थी। व्यापारियों को उम्मीद थी कि यह कमी धनतेरस में पूरी हो जाएगी, हालांकि ऐसा हुआ नहीं। पहले की तुलना में करीब 30 प्रतिशत से कम बिक्री हुई। अनुमान के मुताबिक, शहर में करीब 35 करोड़ रुपए से अधिक के गैजेटस बिके।

5 करोड़ का ख्ारीदा बर्तन

बर्तन का बाजार इस बार काफी अच्छी रहा। स्टील के बर्तन के साथ लोग तांबा, फूल सहित क्राकरी आदि भी खूब खरीद रहे हैं। देर शाम तक सिटी के लोग विभिन्न दुकानों से करीब पांच करोड़ रुपए से अधिक के बर्तन बिक चुके थे।

पांच करोड़ की किराना मंडी

उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष सीताराम जायसवाल और नीतिन जायसवाल के मुताबिक, किराना मंडी में भी दिवाली को लेकर धूम मची रही। मिठाई को छोड़कर इस बार गिफ्ट्स में ड्राईफ्रूट का ज्यादा प्रयोग किया गया। इसमें ढाई करोड़ से अधिक के ड्राईफ्रूट और दो करोड़ रुपए से अधिक किराना मार्केट की बिक्री हुई।

खूब बिके कपड़े

सिटी के फेमस कपड़ा व्यापारी बलराम अग्रवाल के मुताबिक, इस बार कपड़ों की भी खूब खरीदारी हुई। ओवरआल सिटी का अवरेज निकाले तो मंगलवार को कपड़ों की मार्केट करीब दस करोड़ रुपए से अधिक की रही। इसमें 7.5 करोड़ रुपए के कपड़े होल सेल में और दो करोड़ रुपए से अधिक के कपड़े शाम तक सिटी में बेचे जा चुके थे।

फर्नीचर की रही खूब डिमांड

इस बार धनतेरस पर लोगों ने अपने घरों के डेकोरेशन के लिए फर्नीचर आदि की खूब खरीदारी की। फर्नीचर व्यापारी नावेद खान के मुताबिक, पिछले साल की अपेक्षा इस बार फर्नीचर की डिमांड काफी बढ़ी रही। एक अनुमान के मुताबिक धनतेरस पर शहर में करीब 10 करोड़ से अधिक के फर्नीचर भी बिके।

50 करोड़ का रहा अन्य बाजार

धनतेरस पर इन सबके अलावा डेकोरेशन, गिफ्ट और घरेलू सामान की भी खूब बिक्री हुई। घर के साज-सज्जा से लेकर अन्य घरेलू सामान पटाखा, मिठाई आदि की भी खूब बिक्री होती रही। व्यापारियों के मुताबिक, इन सबको लेकर मंगलवार को शहर में करीब 50 करोड़ रुपए के अन्य सामान की भी खरीदारी की गई।