आंदोलन के कारण स्कूलों में ठप पड़ा चूल्हा

बुधवार को इतने स्कूलों में नहीं बना था एमडीएम

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PRATAPGARH (28 Jan, JNN): हक व अधिकार को लेकर आंदोलनरत रसोइयों की वजह से स्कूलों में एमडीएम का चूल्हा ठप रहा। जिसकी वजह सेच्बच्चों को उनका हक नहीं मिल सका। यह देखते हुए बीएसए ने रसोइयों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। एक दो नहीं बल्कि पूरे 200 रसोइयों की सेवा समाप्ति का आदेश दिया है। बीएसए के जरिए की गई यह कार्रवाई भी अब आंदोलन का हिस्सा बन गई है।

जिले में हैं 7412 रसोइयां

जिले में 2929 परीषदीय विद्यालयों में कक्षा 5 तक के 19197च् बच्चे और कक्षा 6 से 8 तक के 10530च् बच्चे पढ़ते हैं। इच् बच्चों को दोपहर का भोजन पका कर देने के लिए जिले भर में 7412 रसोइया रखे गए हैं। इसमें लगभग 90 फीसद महिला और 10 फीसद पुरुष हैं। रसोइया वही हो सकता है, जिसकच् बच्चा उसी स्कूल में पढ़ता है। यही वजह है कि हर साल रसोइयों का नवीनीकरण किया जाता है। रसोइया काफी दिनों से खुद को नियमित करने, स्कूल में पाल्य के पढ़ने की अनिवार्यता समाप्त किए जाने की मांग कर रहे हैं। इस पर कोई सुनवाई न होने पर 27 जनवरी से रसोइयों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।

स्कूलों में नहीं बना एमडीएम

रसोइयों के आंदोलन के कारण मिडडेमील पर असर पड़ रहा है। पहले दिन यानी 27 जनवरी को 200 स्कूलों में मिडडेमील नहीं बन सका। इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए माधवजी तिवारी ने बिना किसी सूचना के स्कूल से गैर हाजिर रहने वाले 200 सौ रसोइयों की सेवा समाप्त करने का आदेश किया है। माना जा रहा है कि गुरुवार को भी लगभग दो सौ स्कूलों में मिड डे मील नहीं बन सका।

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फोटो-28 पीआरटी-3

कार्रवाई के बाद भी धरना जारी

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PRATAPGARH (28 Jan, JNN): दो सूत्रीय मांगों को लेकर रसोइयां कल्याणकारी समिति का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। जिलाध्यक्ष दयाशंकर यादव व महामंत्री शकुंतला मौर्य की अगुवाई में धरने पर बैठे रसोइयों का कहना था कि एक बार नहीं वे कई बार शासन तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं। नवीनीकरण की प्रक्रिया समाप्त करके नियमित किए जाने, चयन प्रक्रिया में पाल्य की अनिवार्यता समाप्त किए जाने की मांग की जा रही है। लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दो हफ्ते पहले केंद्र, प्रदेश सरकार को चेताया गया था कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे 27 जनवरी से अनिश्तिकालीन हड़ताल शुरू करने को बाध्य होंगे। मजबूरी में उन्हें आंदोलन शुरू करना पड़ा है। यह आंदोलन मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा।

वर्जन

रसोइया जो मांग कर रहे हैं, वे शासन स्तर की है। यही नहीं बिना किसी सूचना के आंदोलन किया जा रहा है। मिडडेमील व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में स्कूलों से गैर हाजिर रहने वाले रसोइयों की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है। फिलहाल हेडमास्टर व प्रधान की मदद से मिडडेमील को बनवाने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

माधवजी तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी