-प्रदेश के 6 जिलों से होकर गुजरेगा डिफेंस कॉरिडोर, अगस्त 2018 में काम शुरू करने का रखा गया लक्ष्य

-पनकी स्थित आईआईए भवन में हुई मीटिंग में थल, वायु और जल सेना के अधिकारियों के अलावा बड़े उद्यमी भी मौजूद रहे

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KANPUR : प्रदेश के 6 जिलों से होकर गुजरने वाले डिफेंस कॉरिडोर में 20,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। इसमें 3,000 हेक्टेअर भूमि का उपयोग होगा और 90 परसेंट तक सब्सिडी दी जाएगी। कानपुर में बनाए जाने वाले रक्षा उत्पादों को प्रयोग तीनों सेनाएं करेंगी। पनकी स्थित आईआईए भवन में हुई मीटिंग में उद्यमियों और तीनों सेनाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए प्रदेश के औद्योगिक मंत्री सतीश महाना ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेनाओं में प्रयोग होने वाली छोटी-छोटी चीजों को भी इस डिफेंस कॉरिडोर में बनाया जाएगा और सेनाएं इनका प्रयोग करेंगी। पहले चरण में 250 प्रोडक्ट शामिल किए गए हैं, जिन्हें बनाया जाएगा और सेनाएं इनका प्रयोग करेंगी।

यूएसए की 3 बड़ी कंपनी आएंगी

आईआईडीसी के आयुक्त डा। अनूप चंद्र पांडेय ने बताया कि डिफेंस कॉरिडोर में यूएसए की 3 बड़ी रक्षा कंपनियां बोईग, लॉकहीड मार्टिन और हनीवेल भी कॉरिडोर में इन्वेस्ट कर सकती हैं। इसके लिए कई राउंड मीटिंग हो चुकी है। बड़ी कंपनी के इन्वेस्टमेंट से छोटे-छोटे उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। वहीं डिफेंस कॉरिडोर कानपुर, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, आगरा और अलीगढ़ को जोड़ता हुआ बनाया जाएगा। इसमें 20,000 से ज्यादा का निवेश किया जाएगा। बैठक में बोलते हुए कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कहा कि कानपुर के पुराने औद्योगिक स्वरूप को वापस लाने का वक्त आ गया है। डिफेंस कॉरिडोर से छोटे और बड़े दोनों ही उद्योगों को काम मिलेगा और पुरानी पहचान को वापस लाया जाएगा।

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एमएसएमई को बढ़ावा दिया जाएगा

डिफेंस कॉरिडोर में आने वाले 2 से 3 सालों में एमएसएमई के द्वारा रक्षा उत्पादों को बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए पॉलिसी का निर्माण किया जा रहा है। रक्षा क्षेत्र में छोटे उद्योगों को भी डिफेंस कॉरिडोर में प्रमुख स्थान दिया जाएगा। वहीं लेदर और टैक्सटाइल उद्योगों को भी डिफेंस कॉरिडोर की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद सप्लाई करने के लिए आमंत्रित किया गया है। मीटिंग का संचालन आईआईए के मंडल अध्यक्ष सुनील पांडेय ने किया। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने सभी का आभार प्रकट किया। इस मौके पर डीआरडीओ के डायरेक्टर डा। मयंक द्विवेदी, इंडियन ऑर्मी से कमोडोर वेलेन, बीईएमएल के जीएम सुनील खारद, इंडियन एयर फोर्स से विंग कमांडर कुलदीप टीकू सहित अन्य अधिकारी व उद्यमी मौजूद रहे।