बारिश से सामान्य जनसेवायें ठप्प 22 मरे

गुजरात प्रशासन से प्राप्ते सूचना की माने तों अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 3000 लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है। इस बीच उत्तर गुजरात के 2929 गांवों में बिजली सप्लाई ठप हो गई है। भारी वर्षा का दौर जारी है और वर्षा संबंधी विभिन्न घटनाओं में २२ लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए समुद्र में जाने के खिलाफ चेतावनी जारी की है। सोमवार से जारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ और राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) और राज्य रिजर्व पुलिस (एसआरपी) की टीमों को बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए उत्तरी गुजरात के बनासकांठा भेजा गया है।

आपदा नियंत्रण का काम जारी

आपदा नियंत्रण कक्ष तथा पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वर्षा संबंधी घटनाओं के कारण हुई मौतों में से चार बनासकांठा, तीन तीन राजकोट और पाटन जिलों में तथा एक मौत साबरकांठा में हुई हैं। इसके अलावा की कई जाने जाने की सूचना है। राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के अधिकारी भवेश वरशाज ने कहा, बनासकांठा जिले में कम से कम चार लोगों की तब मौत हो गई जब यात्रियों को लेकर जा रही जीप बारिश के जल की तेज धारा में बह गई। उनके अनुसार, एनडीआरएफ की छह टीमों को बनासकांठा भेजा गया और थारड, लखानी और धानेरा तालुका में तैनात किया गया।

इस बीच, चोटीला तालुका पुलिस थाने के उपनिरीक्षक बी एच पोसतर ने कहा कि राजकोट अहमदाबाद राजमार्ग पर राजकोट के चोटीला कस्बे के पास एक कार पर एक पेड़ गिर गया जिससे कार में सवार तीन लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा प्रभावित बनासकांठा के राज्य आपदा आपरेशन केन्द्र द्वारा जारी डेटा के अनुसार, कल से 318 मिलीमीटर (12 इंच से अधिक) बारिश दर्ज हुई।

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