- प्रिंसिपल ने डीजीएमई को भेजा पत्र, मिली अनुमति

- दूसरे मेडिकल कॉलेज व विभाग से लिए जाएंगे डॉक्टर्स

GORAKHPUR: इंसेफेलाइटिस वार्ड में डॉक्टर्स की कमी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पिछले दिनों डीजीएमई को पत्र भेज कर डॉक्टर्स की डिमांड की थी। अनुमति मिल गई है। लखनऊ, कानपुर, झांसी, अम्बेडकर नगर, आगरा मेडिकल कॉलेज से दो-दो और ट्रामा सेंटर से 12 डॉक्टर की तैनाती होनी है। कुल 22 जूनियर रेजिडेंट्स डॉक्टर 100 नंबर बेड वाले वार्ड में ड्यूटी करेंगे। जिससे इलाज में आसानी हो जाएगी।

37 साल से इंसेफेलाइटिस

पूर्वाचल में 37 साल से इंसेफेलाइटिस पूर्वाचल के मासूमों को लील रही है। इलाज में दवा से लेकर डॉक्टर्स की कमी बड़ी समस्या है। हालांकि इसे दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पिछले हफ्ते शासन को पत्र भेज जानकारी दी थी। इस पर फैसला लेते हुए तत्काल डीजीएमई ने डॉक्टर्स की तैनाती के लिए अनुमति दे दी है। प्रिंसिपल डॉ। राजीव मिश्रा ने बताया कि अन्य जिले से दस और ट्रामा सेंटर के 12 डॉक्टर को यहां तैनात किया जा रहा है। वहीं पहले से दस रेजिडेंट डॉक्टर वार्ड में काम कर रहे हैं। कुल 32 डॉक्टर होने से मरीजों का इलाज बेहतर ढंग से संभव हो जाएगा।