मुंगेरीलाल के सपनों में मिलेगी 24 घंटे बिजली

- गोरखपुराइट्स के लिए सपना ही है 24 घंटे बिजली सप्लाई

- सब स्टेशन पर नहीं है इतना लोड झेलने की क्षमता

- बिना रिसोर्सेज बढ़ाए नहीं मिल सकती 20 घंटे से ज्यादा बिजली

GORAKHPUR: गोरखपुर में अब बिजली के लिए सदर सांसद योगी आदित्यनाथ भी धरने पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर गोरखपुर को बिजली नहीं मिली तो आंदोलन कर देंगे। उनके तेवरों को देखते हुए आई नेक्स्ट ने ये जानने की कोशिश की कि अगर योगी आंदोलन करते हैं तो क्या शहर ख्ब् घंटे बिजली पा सकता है। कई घंटों तक बिजली विभाग के ट्रांसमिशन सिस्टम और शहर में बिजली की वास्तविक डिमांड को एनालाइज करने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि खुद सीएम भी चाह लें तो बिना सिस्टम सुधारे ख्0 घंटे बिजली सप्लाई नहीं करवा सकते। इसकी वजह है सिटी में बिजली सप्लाई करने वाले सिस्टम की खस्ता हालत। आइए समझते हैं कि आपके घर में बिजली आती कैसे है और क्यों आप ख्ब् घंटे बिजली सप्लाई नहीं पा सकते।

क्यों नहीं हो सकती ख्ब् घंटे सप्लाई?

सिटी के सब स्टेशनों पर उनकी क्षमता से ज्यादा लोड है, लगभग दोगुना। सिटी के क्7 सब स्टेशनों की कुल क्षमता क्70 मेगावाट है, जबकि सिटी में ख्भ्0 मेगावाट बिजली की मांग है। ख्भ्0 मेगावाट की सप्लाई तो छोडि़ए, क्70 मेगावाट बिजली सप्लाई करने में ही हमारे सब स्टेशन आखिरी सांसें गिनने लगते हैं। सब स्टेशन पर लगे ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता ही नहीं है कि वो लगातार इतना लोड झेल सकें। गोलघर एसडीओ चंद्रशेखर का कहना है कि ओवरलोडिंग के वक्त ट्रांसफॉर्मर बंद करने पड़ जाते हैं। अगर सप्लाई न बंद की जाए तो तार ही पिघल जाते हैं। ये हाल तब है जब शहर को क्ख्-क्म् घंटे सप्लाई हो रही है। अब जरा सोचिए अगर ख्0-ख्ब् घंटे सप्लाई हो तो क्या हाल होगा। चीफ इंजीनियर एसपी पांडेय भी मानते हैं कि ओवरलोडेड होने पर सब स्टेशन और ट्रांसफॉर्मर को बचाने के लिए समय-समय पर बिजली सप्लाई रोकनी पड़ती है।

सब स्टेशन क्षमता मांग

रुस्तमपुर ख्0 मेगावाट फ्0 मेगावाट

शाहपुर ख्भ् मेगावाट फ्भ् मेगावाट

राप्तीनगर क्8 मेगावाट ख्भ् मेगावाट

बक्शीपुर ख्0 मेगावाट ब्0 मेगावाट

सूरजकुंड ख्0 मेगावाट ख्भ् मेगावाट

दुर्गाबाड़ी क्भ् मेगावाट ख्0 मेगावाट

राप्तीनगर क्8 मेगावाट ख्भ् मेगावाट

विकास नगर बरगदवां ख्0 मेगावाट ख्भ् मेगावाट

शाहपुर ख्भ् मेगावाट फ्भ् मेगावाट

इंडस्ट्रीयल एरिया ख्भ् मेगावाट फ्0 मेगावाट

लालडिग्गी ख्फ् मेगावाट ख्भ् मेगावाट

यूनिवर्सिटी ख्0 मेगावाट ख्भ् मेगावाट

मोहद्दीपुर ख्0 मेगावाट ख्0 मेगावाट

नार्मल क्भ् मेगावाट ख्0 मेगावाट

मेडिकल कॉलेज क्भ् मेगावाट ख्0 से ख्भ् मेगावाट

हवा के झोंके से गिर जाते हैं तार

सिटी में बिजली सप्लाई के लिए लगाए गए वायर्स इतने खराब हो चुके हैं कि हल्की सी हवा चले तो वो झूला झूलने लगते हैं। शाम को बिजली की डिमांड बढ़ती है तो ओवरलोडिंग से तार पिघल जाते हैं। तार टूटते हैं तो सड़क पर ही गिरे पड़े रहते हैं, जब आंधी आती है तो सिटी में दर्जनों जगहों पर तार टूटकर गिर जाते हैं।

सिटी के कई सब स्टेशन ओवरलोड होने के बाद भी बिजली आपूर्ति की जा रही है। शटडाउन और ब्रेकडाउन करके बिजली आपूर्ति की जा रही है। सदर सांसद योगी आदित्यनाथ की मांग को लखनऊ भेज दिया गया है। सिटी में बिजली सप्लाई ठीक करने की कोशिश की जा रही है।

एसपी पांडेय, चीफ इंजीनियर गोरखपुर जोन, पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम