- सीएम ने दी केजीएमयू को सौगात, मरीजों को मिलेगा फायदा

-केजीएमयू कर्मचारियों को पीजीआई के बराबर वेतन भत्ते देने का आश्वासन

- मेडिकल एजूकेशन में हो रहा साइलेंट रेवोल्यूशन

LUCKNOW:सीएम अखिलेश यादव ने सोमवार को केजीएमयू में कार्डियोलॉजी के एक्सपेंशन सहित लगभग 32 योजनाओं, विभागों का लोकार्पण किया और आधारशिला रखी। इनसे केजीएमयू में मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके साथ ही सीएम अखिलेश यादव ने केजीएमयू के कर्मचारियों को भी एसजीपीजीआई कर्मियों के बराबर वेतनमान देने का आश्वासन दिया है।

24 घंटे मिलेगा हार्ट का इलाज

केजीएमयू में हार्ट की बीमारियों का इलाज 24 घंटे सातों दिन मिलेगा। आने वाले मरीजों की 24 घंटे एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए 105 करोड़ से कार्डियोलॉजी का विस्तार किया जा रहा है। जिससे अब बेड्स की संख्या दोगुनी से अधिक होगी और कैथ लैब की संख्या भी बढ़ेगी। सीएम ने एक्सपेंशन की आधारशिला रखी। केजीएमयू के कार्डियोलॉजी विभाग में इलाज की क्षमता को बढ़ाने के लिए 12 मंजिला भवन बनाया जाएगा। पहले चरण में इसके लिए 48 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इससे ग्राउंड फ्लोर व बेसमेंट के अतिरिक्त छह फ्लोर पहले चरण में बनेंगे। इसी भवन में 100 आईसीयू के बेड बढ़ाए जाएंगे। अभी लारी कार्डियोलॉजी में सिर्फ 88 बेड हैं। विस्तार के बाद ये संख्या 188 हो जाएगी। इसके अलावा दो नई कैथलैब की स्थापना भी विभाग में की जाएगी। जिससे इनकी कुल संख्या पांच हो जाएगी। इससे रात को भी हार्ट अटैक के मरीजों की एंजियोग्राफी की सुविधा मिल सकेगी। यही नहीं इस बिल्डिंग के साथ ही एक मल्टीलेवल पार्किंग भी बनेगी। ताकि मरीजों के साथ आने वाले लोगों और डॉक्टर्स के लिए पार्किंग की दिक्कत न हो।

कैंसर मरीजों को मिलेगी राहत

केजीएमयू में इलाज कराने वाले कैंसर मरीजों को रेडियोथेरेपी के लिए वेटिंग से निजात मिल सकेगी। पिछले लगभग 10 साल से केजीएमयू में रखी लीनियर एक्सीलरेटर मशीन का भी सीएम ने लोकार्पण किया। शताब्दी फेज टू के बेसमेंट में इसकी स्थापना की गई है। अब तक दो मरीजों की रेडियोथेरेपी भी इस मशीन से की जा चुकी है। इस मशीन की खासियत ये है कि कैंसर सेल्स को ही टारगेट कर रेडियो थेरेपी की जाती है। जिससे सामान्य स्वस्थ सेल्स को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। अभी तक इस अत्याधुनिक मशीन से सिर्फ एसजीपीजीआई, लोहिया इंस्टीटयूट में ही मरीजों इलाज को इलाज मिल रहा था।

गांव तक पहुंचेंगे डॉक्टर

सीएम अखिलेश यादव ने कार्यक्रम में डॉक्टर्स को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी गांव तक डॉक्टर नहीं पहुंचे हैं। सरकार से इस बारे में पूछा जाता है। लेकिन पहले की सरकारों ने सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं बनाए। हमने नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं इनसे पढ़कर निकलने वाले डॉक्टर ही गांव तक इलाज के लिए पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में निर्माण के लिए अब एक ही एजेंसी को सभी प्रकार का ठेका दिया जाएगा। ताकि समय से काम पूरा हो सके। अभी अलग अलग काम अलग अलग ठेकेदार को देने के कारण काम समय पर पूरा नहीं होता। सीएम ने मेडिकल एजूकेशन में अच्छा काम करने के लिए प्रमुख सचिव अपून चंद्र पांडेय और वीसी प्रो। रविकांत की तारीफ भी की।

प्रदेश में 3000 होंगी एमबीबीएस सीटें

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ। अनूप चंद्र पांडेय ने कहा कि प्रदेश में मेडिकल एजूकेशन का साइलेंट रेवोल्यूशन हो रहा है। विभाग का जो बजट पिछले साल 1600 करोड़ था उसे बढ़ाकर 3100 करोड़ कर दिया गया। साथ ही एसजीपीजीआई के लिए 500 करोड़ की गारंटी भी दी इस प्रकार से चिकित्सा शिक्षा का बजट 3600 करोड़ का हो गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2012 में प्रदेश में एमबीबीएस की 1140 सीटे थी जो इस समय 1740 हो गई हैं। ये अगले साल तक बढ़कर 3000 से अधिक हो जाएंगी। इसके अलावा इस साल के बजट में 11 मेडिकल कॉलेज का बजट दिया गया है। आजादी के बाद से प्रदेश में सिर्फ आठ मेडिकल कॉलेज थे और हम इस वर्ष में ही आठ बना रहे हैं। बदायूं, लोहिया, ग्रेटर नोयडा, जौनपुर, चंदौली, नजीमाबाद, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, बस्ती, फैजाबाद, बहराइच का प्रपोजल चला गया है। इस प्रकार से अगले साल तक प्रदेश में 3000 सीटे होंगी।

सुपरस्पेशलिटी सीटे भी बढ़ेंगी

डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए एमबीबीएस के साथ साथ पीजी, सुपरस्पेशलिटी और नर्सिग पैरा मेडिकल स्टाफ की सीटी भी बढ़ाई जा रही हैं। केजीएमयू में 12 सुपरस्पेशलिटी विभाग बढ़ाए गए हैं। 5 और को अगले एक माह के अंदर ही मिल जाएंगे। पिछले माह ही सैफई में 18 सुपरस्पेशलिटी विभाग शुरू किए गए। अभी प्रदेश में 603 एमडी की सीटे हैं जो इस वर्ष क अंत तक 1000 से अधिक होंगी। जबकि डीएम की सीटे इसे अतिरिक्त होंगी। नर्सिग और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए भी सीटे और कॉलेज बढ़ाए जा हरे हैं।

नर्स और पैरा मेडिकल सीटे भी बढ़ी

2012 में नर्सिग के हमारे पास 151 सेंटर थे जिनसे 5850 नर्सेज क्रिएट होती थी। लेकिन पिछले चार साल में 186 कॉलेज और खुल गए। जिससे 8240 सीटे और बढ़ गई हैं। जबकि 80 सेंटर अंडर प्रासेस हैं। इनमें 3 हजार नर्सिग की पोस्ट होंगी। इस प्रकार से अगले साल से नर्सिग की सीटे तीन गुना यानी 16000 से अधिक हो जाएंगी। जबकि पैरामेडिकल के 120 सेंटर जिनमें 3350 पैरामेडिकल क्रिएट होते थे वह अब बढ़कर 326 और सीट्स बढ़कर 8360 हो गई हैं यानी इनमें भी तीन गुना की बढ़ोत्तरी। उधर एसजीपीजीआई में भी जिससे एक माह के अंदर रोबोटिक सर्जरी, आर्गन ट्रांसप्लांट, इमरजेंसी मेडिसिन शुरू होंगे।

रखा फाउंडेशन स्टोन

कार्डियोलॉजी एक्सपेंशन एंड मल्टीलेवल पार्किंग- 47.58 करोड़

एलईडी प्रोजेक्ट- 15 करोड़

सोलर पैनल .20736 करोड़

बर्न यूनिट-7.45 करोड़

साइकिल टैक- 2.75 करोड़

आर्गन ट्रांसप्लांट आईसीयू-1.57 करोड़

क्वीन मेरी बाउंड्री वाल एक्सपेंशन- 1.42 करोड़

इनडोर कम्प्यूटराइजेशन- .45 करोड़

पेपर लेस एग्जाम-

डाइजेस्टिव डिजीज सेंटर-

जिरियाट्रिक मेडिसिन डिपार्टमेंट

इनका हुआ शुभारंभ

टॉमा सेंटर-2--

ट्रॉमा 1 में पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर यूनिट-

इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप-11 करोड़,

लिनियर एक्सीलरेटर-9 करोड़

डीएसए- 5 करोड़

डिजिटल मैमोग्राफी मशीन-5 करोड़

स्लाइड स्कैनर- 1.32 करोड़

गेट लैब- 1.99 करोड़

3डी कोन बीम कम्प्यूटेड टोमोग्राफी-1.08 करोड़

लॉन टेनिस- .25 करोड़

इन विभागों का शुभारंभ

क्रिटिकल केयर

साइटोजेनेटिक

इमरजेंसी मेडिसिन

इंडोक्राइन सजरी

गैस्ट्रोइंट्रेलॉजी

जिरियाट्रिक मेडिसिन

हीमोफीलिया केयर सेंटर

मेडिकल इंडोक्राइनोलॉजी

मालीक्यूलर बायोलॉजी

नेफ्रोलॉजी एंड डायलिसिस

न्यूक्लियर मेडिसिन

ट्रॉमा सर्जरी

वैस्क्युलर सर्जरी

और माहौल हुआ भावुक

कार्यक्रम पद्मश्री डॉ। मंसूर हसन ने डॉक्टर्स को संबोधित करते हुए माहौल को भावुक कर दिया। हार्ट की बीमारियों की सौगात के लिए सीएम को धन्यवाद देते हुए उन्होंने फैकल्टी और कर्मचारियों के पदों को जल्द से जल्द सृजित करने की भी मांग की। कार्डियोलॉजी के लिए 6 फैकलटी, 127 नर्सेस, 3 कार्डियक एनेस्थेटिस्ट और 6 ओटी टेक्निशियन की जरूरत होगी।

केजीएमयू में बाइक होंगी बैन

केजीएमयू के वीसी प्रो। रविकांत ने कहा कि परिसर में साइकिल ट्रैक बनाए जाएंगे। इनके बनने के बाद कैंपस में बाइक को बैन कर दिया जाएगा। सिर्फ साइकिल से ही लोग चल सकेंगे। उसके अलावा एंबुलेंस ही अंदर आज जा सकेंगी। उन्होंने केजीएमयू को नई ऊंचाईयों पर ले जाने की बात कही।