सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) ने कैथरीन कस्बे के लोगों से कहा है कि वे इन चमगादड़ों से दूर रहें। चमगादड़ के काटने या उससे किसी तरह की खरोंच आने पर रेबीज की बीमारी इंसानों में फैल सकती है।

फ्रूट बैट्स नामक लाल रंग की छोटे आकार वाली ये चमगादड़े पिछले महीने ही कैथरीन आई थीं। हाल के दिनों में इनकी संख्या में कमी आई लेकिन कस्बे के बाहरी इलाकों में अभी ये बड़ी संख्या में मौजूद हैं।

लार में विषाणु

वरिष्ठ वाइल्फ-लाइफ रेंजर जॉन बुर्क ने बीबीसी को बताया कि जलवायु परिवर्तन की वजह से इन चमगादड़ों का प्राकृतिक पर्यावास बदल रहा है या नष्ट हो रहा है जिससे वे दूसरे इलाकों में जा रही हैं।

सीडीसी के निदेशक विकी क्रूज ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को बताया कि चमगादड़ की लार में एक खास तरह का विषाणु पाया जाता है। बीबीसी संवाददाता का कहना है कि इस विषाणु की चपेट में आकर कुछ लोग मारे गए हैं लेकिन ऐसे मामले कम हैं और इसकी वैक्सीन उपलब्ध है।

सीडीसी के निदेशक विकी क्रूज कहते हैं कि चमगादड़ किसी को काट ले तो उस व्यक्ति को अपना घाव ठीक तरह से धोना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए। फौरन वैक्सीन लेने पर ये कारगर है।

वैसे जानकारों कहना है कि ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी इलाके में हर दशक में दो या तीन बार ऐसा होता है जब वहां बड़ी संख्या में चमगादड़ नजर आते हैं।

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