दावे से दूर रही हकीकत
फेस्ट को सिटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन ने पीयू और बिहार गर्वनमेंट के लेबर रिसोर्स डिपार्टमेंट के सहयोग से ऑर्गेनाइज किया। हालांकि यह फेस्ट कई मामलों में हंगामेदार भी रहा। फेस्ट के दौरान ही एक कैंडिडेट द्वारा कट्टा निकाल लेने से हंगामा हुआ। हालांकि आखिरकार मामला शांत ही रहा। जॉब फेस्ट ने स्टूडेंट्स स्पेशली गल्र्स के साथ पैरेंट्स भी आए। वे अपने बच्चों का हौसला बढ़ाने के साथ-साथ उन कंपनियों का ऑन-स्पॉट असेसमेंट भी करते दिखे, जिनमें उनके बच्चों ने अप्लाई किया। वहीं दूसरी ओर ऑर्गेनाइजर्स के दावे फेल होते दिखे। दावा था कि सेलेक्टेड स्टूडेंट्स को मिनिमम 1.8 लाख के एनुएल पैकेज का जॉब मिलेगा। लेकिन कई ऐसे पार्टिसिपेंट्स रहे जिन्हें 0.84 लाख के पैकेज के ही जॉब मिले. 
बेहतर option की तलाश
इस फेस्ट में 2011 और 2012 में ग्रेजुएट हुए और इस साल फाइनल एग्जाम में अपीयर स्टूडेंट्स को इनवाइट किया गया था। लेकिन इसमें अलग अलग एज ग्रुप के लोगों ने पार्टिसिपेट किया। कई ऐसे कैंडिडेट्स शामिल हुए जो पहले से जॉब कर रहे हैं। जबकि कई 50 की उम्र क्रॉस करने वाले भी अपनी किस्मत आजमाते दिखे। 52 साल के महेश प्रसाद ने बेटर जॉब-आप्शन की तलाश में आए। इंटरेस्टिंग ये रहा कि कंपनी ने उनकी सीवी एक्सेप्ट भी कर लिया. 

Interview room में लहराया कट्टा
जॉब फेस्ट में एक वक्त ऐसा भी जब अचानक अफरा-तरफी मच गई। इंटरग्लोब टेक्नोलॉजी के इंटरव्यू रूम में एक कैंडिडेट ने कंपनी के एचआर मैनेजर पर बंदूक तान दी। इस संबंध में सिटी ग्रुप के असिस्टेंट डायरेक्टर गौरव खन्ना ने बताया कि इस इंसीडेंट के बाद पुलिस बुला ली गई थी। पुलिस के आने के बाद सिचुएशन कंट्रोल में आ सकी. 


जॉब फेस्ट में टोटल 17,937 स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन किया गया। रविवार को डिफरेंट स्टेज की स्क्रीनिंग के बाद इनमें से 3,480 स्टूडेंट्स को ऑन लाइन टेस्ट के लिए शार्टलिस्ट किया गया। साथ ही पटना बेस्ड तीन कंपनियां वेदास इंफोटेक, फोबेरिजर और विशेष इंफोटेक ने 256 स्टूडेंट्स का फाइनल सेलेक्शन किया.

स्टूडेंट्स के अनुसार द्घद्गह्यह्ल की कमियां 
* इतनी बड़ी संख्या में आने वाले स्टूडेंट्स के हिसाब से मैनेजमेंट नहीं था 
* सेलेक्शन के पैरामीटर्स और प्रॉसेस ट्रांसपैरेंट नहीं 
* स्क्रीनिंग के दौरान जॉब प्रोफाइल भी नहीं बताया गया. 


इंटरव्यू देने आए कैंडिडेट्स सेलेक्शन के बाद जहां भी काम करें, ईमानदारी और निष्ठा से करें। साथ ही ऐसा विजन रखें, कि फ्यूचर में इंटरव्यूअर बन सकें. 
जर्नादन प्रसाद सिग्रीवाल
लेबर मिनिस्टर, बिहार गवर्नमेंट 

दावे से दूर रही हकीकत
फेस्ट को सिटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन ने पीयू और बिहार गर्वनमेंट के लेबर रिसोर्स डिपार्टमेंट के सहयोग से ऑर्गेनाइज किया। हालांकि यह फेस्ट कई मामलों में हंगामेदार भी रहा। फेस्ट के दौरान ही एक कैंडिडेट द्वारा कट्टा निकाल लेने से हंगामा हुआ। हालांकि आखिरकार मामला शांत ही रहा। जॉब फेस्ट ने स्टूडेंट्स स्पेशली गल्र्स के साथ पैरेंट्स भी आए। वे अपने बच्चों का हौसला बढ़ाने के साथ-साथ उन कंपनियों का ऑन-स्पॉट असेसमेंट भी करते दिखे, जिनमें उनके बच्चों ने अप्लाई किया। वहीं दूसरी ओर ऑर्गेनाइजर्स के दावे फेल होते दिखे। दावा था कि सेलेक्टेड स्टूडेंट्स को मिनिमम 1.8 लाख के एनुएल पैकेज का जॉब मिलेगा। लेकिन कई ऐसे पार्टिसिपेंट्स रहे जिन्हें 0.84 लाख के पैकेज के ही जॉब मिले. 

बेहतर option की तलाश
इस फेस्ट में 2011 और 2012 में ग्रेजुएट हुए और इस साल फाइनल एग्जाम में अपीयर स्टूडेंट्स को इनवाइट किया गया था। लेकिन इसमें अलग अलग एज ग्रुप के लोगों ने पार्टिसिपेट किया। कई ऐसे कैंडिडेट्स शामिल हुए जो पहले से जॉब कर रहे हैं। जबकि कई 50 की उम्र क्रॉस करने वाले भी अपनी किस्मत आजमाते दिखे। 52 साल के महेश प्रसाद ने बेटर जॉब-आप्शन की तलाश में आए। इंटरेस्टिंग ये रहा कि कंपनी ने उनकी सीवी एक्सेप्ट भी कर लिया. 

Interview room में लहराया कट्टा
जॉब फेस्ट में एक वक्त ऐसा भी जब अचानक अफरा-तरफी मच गई। इंटरग्लोब टेक्नोलॉजी के इंटरव्यू रूम में एक कैंडिडेट ने कंपनी के एचआर मैनेजर पर बंदूक तान दी। इस संबंध में सिटी ग्रुप के असिस्टेंट डायरेक्टर गौरव खन्ना ने बताया कि इस इंसीडेंट के बाद पुलिस बुला ली गई थी। पुलिस के आने के बाद सिचुएशन कंट्रोल में आ सकी. 

जॉब फेस्ट में टोटल 17,937 स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन किया गया। रविवार को डिफरेंट स्टेज की स्क्रीनिंग के बाद इनमें से 3,480 स्टूडेंट्स को ऑन लाइन टेस्ट के लिए शार्टलिस्ट किया गया। साथ ही पटना बेस्ड तीन कंपनियां वेदास इंफोटेक, फोबेरिजर और विशेष इंफोटेक ने 256 स्टूडेंट्स का फाइनल सेलेक्शन किया.

स्टूडेंट्स के अनुसार द्घद्गह्यह्ल की कमियां 
* इतनी बड़ी संख्या में आने वाले स्टूडेंट्स के हिसाब से मैनेजमेंट नहीं था 
* सेलेक्शन के पैरामीटर्स और प्रॉसेस ट्रांसपैरेंट नहीं 
* स्क्रीनिंग के दौरान जॉब प्रोफाइल भी नहीं बताया गया. 

इंटरव्यू देने आए कैंडिडेट्स सेलेक्शन के बाद जहां भी काम करें, ईमानदारी और निष्ठा से करें। साथ ही ऐसा विजन रखें, कि फ्यूचर में इंटरव्यूअर बन सकें. 
जर्नादन प्रसाद सिग्रीवाल
लेबर मिनिस्टर, बिहार गवर्नमेंट 

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