खूंटी की एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट मजदूरों को लेकर लौटी वापस

-कर्नाटक व तमिलनाडु के अगरबत्ती फैक्ट्रियों में करते थे बंधुवा मजदूरी

RANCHI : कर्नाटक और तमिलनाडु के अगरबत्ती फैक्ट्रियों में बंधक की तरह काम कर रहे 26 मजदूरों को रेस्क्यू कराने के बाद गुरुवार की शाम रांची लाया गया। इन मजदूरों को खूंटी की एंटी ट्रैफिकिंग यूनिट ऑफिसर आराधना सिंह यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन से लेकर हटिया स्टेशन पहुंचीं।

तीन लोग किए गए गिरफ्तार

आराधना सिंह ने बताया कि अगरबत्ती फैक्ट्री के ओनर समेत तीन सुपरवाइजर को ह्यूम्न ट्रेफिकिंग और बंधूआ मजदूरी कराने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। 29 मई को इस मामले पर एफआईआर भी दर्ज किया गया था। रेस्क्यू किए लोगों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें एक ही कमरे में सोने और एक टॉयलेट इस्तमाल करने दिया गया था.वहीं कई डेंजरस कैमिकल को बिना किसी प्रोटेक्शन के यूज करने के लिए बाध्य किया जाता था।

मजदूरों में तीन बच्चे भी

बंधक बनाए गए 155 मजदूरों में 25 झारखंड के थे। इन मजदूरों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। इन लोगों को 28 मई को डिस्ट्रिक्ट ऑफिशियल और बेंगलुरु और तिरुपत्तुर पुलिस और इंटरनेशनल जस्टिस मिशन के सहयोग से रेस्क्यू किया गया। अगरबत्ती फैक्ट्री में न मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार करने के साथ मजदूरी भी नहीं दिया जाता था। सुबह 6 बजे रात के 2 बजे तक जबरन काम कराया जाता था।

पासपोर्ट के लिए लगेगा कैंप

रांची यूनिवर्सिटी के कर्मचारी,टीचर और स्टूडेंट को अगर पासपोर्ट बनवाना है तो उनके लिए एक अच्छी खबर है। जी हां 13 जून को पासपोर्ट ऑफिस में केवल रांची यूनिवर्सिटी के लोगों का ही पासपोर्ट बनाया जाएगा। इस बारे में आरयू वीसी डॉ। रमेश पांडे ने बताया कि इस दिन केवल रांची यूनिवर्सिटी के कर्मचारी,टीचर और स्टूडेंट ही यहां पासपोर्ट बनवा सकते हैं। इसके लिए लोगों को जन्म प्रमाण पत्र,मैट्रिक का सर्टिफिकेट और एक आवासीय प्रूफ साथ में लाना जरूरी है।