JAMSHEDPUR: जिले के जल संकट वाले इलाकों में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग नए हैंडपंप लगाने जा रहा है। इसके लिए ड्राई जोन चिन्हित किए गए हैं। कुल 265 हैंडपंप लगाए जाएंगे। 25 नल गैर पथरीली जमीन पर लगाए जाएंगे। पांच एजेंसियों को इसका टेंडर मिला है। अगस्त तक सारे हैंडपंप लगाने का निर्देश दिया गया है। हैंडपंप लगाने पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग एक करोड़ 45 लाख 75 हजार रुपये खर्च करेगा। आपदा प्रबंधन विभाग को जल संकट हल करने के लिए दो करोड़ 18 लाख रुपये आवंटित हुए हैं। विभाग को कुछ रकम मिली है बाकी रकम का इंतजार है।

जिले में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के दो प्रमंडल हैं। आदित्यपुर प्रमंडल में पोटका, पटमदा और बोड़ाम आता है। जबकि, जमशेदपुर प्रमंडल में घाटशिला, डुमरिया, गुड़ाबांदा, चाकुलिया, धालभूमगढ़, मुसाबनी, बहरागोड़ा और गोलमुरी सह जुगसलाई हैं। इन इलाकों में उन गांवों को चिन्हित कर लिया गया है जहां जल संकट है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता सदानंद मंडल ने बताया कि आदित्यपुर प्रमंडल में 60 हैंडपंप और जमशेदपुर प्रमंडल में 180 हैंडपंप लगाए जाएंगे। इसके अलावा, 25 चापाकल लगाए जाएंगे।

जारी हुआ वर्क आर्डर

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने नए हैंडपंप लगाने का टेंडर कर दिया है। ये टेंडर जमशेदपुर की जमुनी इंटरप्राइजेज, एमएस इंटरप्राइजेज, आरके इंटरप्राइजेज, बसंत सिंह और विपिन को मिला है। इन सभी एजेंसियों को विभाग ने कार्य आदेश भी जारी कर दिया है। अब एक-दो दिन में हैंडपंप लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

गोविंदपुर जलापूर्ति योजना जून में नहीं

छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना को जून के मध्य तक शुरू करने का एलान पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने किया था। लेकिन, इसका काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। इस वजह से अब ये योजना जून में शुरू नहीं हो पाएगी। अधीक्षण अभियंता सदानंद मंडल ने बताया कि ये योजना को पूरा करने में तीन महीने लगेंगे। इस इलाके में जलापूर्ति सितंबर माह से शुरू होगी।