Ranchi : सर्जरी वार्ड की कैपासिटी जहां 28 बेड की होगी, वहीं आईसीयू में 20 बेड होंगे। पेडियाट्रिक सर्जन डॉ बिरुवा ने बताया कि पेडियाट्रिक सर्जरी वार्ड शुरू होने के बाद बच्चों का यहां बेहतर इलाज हो पाएगा। इसे चालू करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। इधर, पेडियाट्रिक और नियोनैटोलॉजी डिपार्टमेंट का एमसीआई की टीम ने जायजा लिया।

 

एक माह में होगा शिफ्ट

रिम्स के सुपर स्पेशियलिटी विंग में एक माह के अंदर वार्ड को शिफ्ट कर दिया जाएगा। यहां पहले चरण में 28 बेड का जेनरल वार्ड बनाया जाएगा, जहां इलाज के लिए सभी जरूरी आधुनिक सुविधाएं मौजूद होंगी। दूसरे चरण में 10-10 बेड का आईसीयू बनाया जाएगा। इसके अलावा ऑपरेशन थियेटर को भी बेहतर बनाया जाएगा। मालूम हो कि फिलहाल पेडियाट्रिक वार्ड में ही सर्जरी के मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है।

 

लिफाफे में एक्सरे रिपोर्ट देना शुरू

रिम्स में मरीजों को मंगलवार से लिफाफे में एक्सरे रिपोर्ट दी जा रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के सात नवंबर के अंक में 'लिफाफा खत्म, हाथ में थमा रहे मरीजों को एक्सरे रिपोर्ट' खबर पब्लिश होने के बाद हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ आरके श्रीवास्तव के डायरेक्शन पर स्टोर इंचार्ज की ओर से सभी डिपार्टमेंट को लिफाफा उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा है कि किसी भी मरीज को किसी भी कीमत पर बिना लिफाफे के बैरंग रिपोर्ट नहीं दी जाए।

 

हाथ में थमा देते थे लिफाफा

गौरतलब है कि रिम्स के एक्सरे डिपार्टमेंट में पिछले कई महीनों से लिफाफे की सप्लाई नहीं की जा रही थी। यहां मरीजों को एक्सरे कार्ड पर एक पर्ची लगाकर मरीजों को हाथ में ही थमा दिया जा रहा था। इस वजह से रिपोर्ट के खराब होने का डर हमेशा बना रहता था। क