- ट्रैफिक व्यवस्था के संबंध में मुख्य सचिव ने की वीडियो कांफ्रेंसिग

- मेरठ समेत प्रदेश के 12 जनपदों में लागू होगा आईटीएमएस और एसटीएमएस

Meerut: बेगमपुल चौक के बेतरतीब ट्रैफिक सुधर जाए तो कैसा रहेगा? हापुड़ अड्डे, तेजगढ़ी चौराहे का हाल दुरुस्त हो जाए, तो मजा आ जाए। जी हां, एक-दो नहीं शहर के 39 बेतरतीब चौराहों का ट्रैफिक दुरुस्त किया जाएगा। प्रदेश के 12 शहरों में मेरठ भी शामिल हैं जहां इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) और स्मार्ट सिटी सर्विलांस प्रोजेक्ट (एससीएसपी) के तहत ट्रैफिक कंट्रोल किया जाएगा। मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिग कर मेरठ और गाजियाबाद जनपद की स्थिति की समीक्षा की।

अक्टूबर से मूर्त रूप लेगी योजना

मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिग की अध्यक्षता करते हुए बताया कि प्रदेश की ट्रैफिक व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन के लिए पीडब्ल्यूसी कन्सलटेंसी कंपनी को प्रोजेक्ट दिया गया । 12 जनपदों में तीन चरणों में आईटीएमएस और स्मार्ट सिटी सर्विलांस प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा, जो अक्टूबर 2016 से मूर्त रूप लेने लगेगा। कांफ्रेंस में कमिश्नर आलोक सिन्हा और डीएम पंकज यादव से प्रोजेक्ट में आने वाली दिक्कतों के संबंध में चर्चा की गई।

ट्रैफिक पुलिस को करेंगे ट्रेंड

प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा ने कहा कि प्रोजेक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था जल्द से जल्द कराई जाए, आवश्यकता पड़ने पर नई भर्ती भी करायी जाए। यह तीन चरणों में होगा जिसमें इंटीग्रोटिड फेस, इंटेलीजेंस फेस व ऑप्टीमाइज फेस होगा, कार्य के लिए धन का प्रबंध नगर निकाय की अवस्थापना निधी, विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और पुलिस विभाग द्वारा किया जाएगा।

प्रदेश में

-931 जंक्शन में होगा सुधार।

- 621 ट्रैफिक सर्विलांस कैमरा लगाए जाएंगे।

-12 जनपदों में ट्रैफिक व सर्विलांस सेन्टर बनाए जाएंगे।

-2604-फिक्स कैमरा

-732- पीटीजैड कैमरा

-639-एएनडीआर कैमरा

-576-पीए सिस्टम

-84- इमरजेन्सी कॉल बॉक्स

-21- वीडियो एनालिस्ट

एक नजर मेरठ पर

आईटीएमएस डिटेल

39- चौराहों का होगा कायाकल्प

38-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल

39-चौराहों पर ट्रैफिक सर्विलांस कैमरा

3-चौराहों पर रेड लाइट वोलेशन डिटेक्शन कैमरा

10-स्थानों पर वायरेबल मैसेज साइन बोर्ड

15-पेनिकल सिग्नल

2-कोरीडोर इंम्प्रूवमेंट

1-सिटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम

1-ट्रेनिंग प्रोग्राम

एससीएसएस डिटेल

48-नंबर ऑफ लोकेशन

164-फिक्सड् कैमरा

53-पीटीजेड कैमरा

44-एएनपीआर कैमरा

इन जनपदों का होगा कायाकल्प

मेरठ कमिश्नर आलोक सिन्हा ने बताया कि प्रदेश के 12 जनपदों जिसमें मंडल के मेरठ, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर सहित लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर, आगरा, अलीगढ, बरेली व मुरादाबाद है। डीएम पंकज यादव ने कहा कि शहर के ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर बनाने की दिशा में तेजी से प्रयास हो रहा है। जल्द ही नतीजे सामने होंगे।

यह आएगा खर्च

491.6 करोड़-आईटीएमएस के अन्तर्गत

163.6 करोड़-स्मार्ट सिटी सर्विलांस प्रोजेक्ट

46 करोड़- प्रतिवर्ष आईटीएमएस में

68.3 करोड़- प्रतिवर्ष तथा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में

स्कूल और मॉल में भी कैमरे प्रस्तुतकर्ता अनिल अग्रवाल ने बताया कि मॉल, स्कूल एवं भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी कैमरों को लगाया जाए। कांफ्रेंस में पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, मेरठ जोन के पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पाण्डेय, पुलिस उप महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मेरठ पंकज यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डीसी दूबे समेत पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।