रिटायर्ड फौजी के घर से उड़ाये थे लाखों रुपये के जेवरात
देहरादून, थाना सहसपुर पुलिस ने देर रात राजा रोड पर चेकिंग के दौरान तीन हथियारबंद बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों से जेवरात, तमंचा, जिंदा कारतूस और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की गई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया है।
लाखों के जेवरात उड़ाये थे
पुलिस ने बताया कि राजकुमारी पत्नी राजकुमार ने तहरीर दी कि वह बीते 16 सितंबर को परिवार के साथ अपने मायके गई थी। 17 सितंबर को घर पहुंचने पर देखा तो ताला टूटा हुआ था। आलमारी से जेवरात और कैश गायब मिला।
सीसीटीवी कैमरे खंगाले
पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कुछ लोग नजर आए। पुलिस ने टीम गठित व मुखबिर तैनात कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दिया। सोमवार देर रात करीब पुलिस ने 75 संदिग्ध वाहनों की तलाश ली, इस दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार को रोकने पर उसमें बैठे तीन व्यक्तियों पर शक होने लगा।
गाड़ी में मिला तमंचा व जेवरात
वाहन की तलाश लेने पर व्यक्तियों से सोने, चांदी के जेवरात और अवैध हथियार बरामद हुए, वाहन को मौके पर ही सीज किया गया और आरोपियों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया, सीसीटीवी फुटेज से मिलाने करने पर चोरी की वारदात का खुलासा हुआ।
लूट के इरादे से आए थे
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लूट व फिरौती की वारदात को अंजाम देने के लिए दो माह पहले दून आए थे। इससे पहले उन्होंने दिल्ली में एक आई-20 कार लूटी थी। उसमें पांच लोग शामिल थे। दो आरोपी दिल्ली जेल में बंद है। दिल्ली में पुलिस दबिश दे रही थी, तो वे देहरादून आए थे, जिस मकसद से दून आए थे वह पूरा नहीं हो पाया। 16 सितंबर को सहसपुर इलाके में घरों की रेकी की तो एक घर बंद मिला। देर रात वारदात को अंजाम दिया गया।
आरोपियों की पहचान
पुलिस पूछताछ में आरोपियों की पहचान देवराज उर्फ सीटू पुत्र प्रभाकर सिंह, नितुल सैनी पुत्र जगदीश सैनी मेरठ व शुभम त्यागी उर्फ आर्यन पुत्र नरेश त्यागी मुज्जफरनगर उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस आरोपियों की आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
बरामद माल
- एक सोने का मंगलसूत्र
- एक जोड़ी सोने की झुमकी
- एक सोने की अंगूठी
- तीन चांदी के सिक्के
- एक जोड़ी चांदी की पायल
- एक तंमचा 315 बोर
- तीन जिंदा कारतूस
- एक खुखरी
- एक टॉर्च
- एक स्विफ्ट डिजायर कार
- 20 हजार नगद
-----------------
बदमाश लूट के इरादे के मकसद से दून आए थे, लेकिन मकसद पूरा नहीं हो पाया, और चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सभी को जेल भेज दिया है।
नरेश राठौर, प्रभारी, थाना सहसपुर