छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : अपनी जान पर खेलकर पांच लोगों की जान बचाने वाले तीन बहादुर युवकों को जिला परिषद सदस्य करुणामय मंडल ने सम्मानित किया। उन्होंने तीनों युवकों को माला पहनाकर व मोबाइल गिफ्ट कर सम्मानित किया। इस मौके पर मुखिया अनिता मुर्मू व उप मुखिया साधु मनी सोरेन व डॉ पीतांबर हांसदा दंडपानी भकत, दुर्गाप्रसाद हांसदा, देबू गोप सहित अन्य मौजूद थे।

नदी में फंसे 5 युवकों की बचायी थी जान

पिछले दिनों गुर्रा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी हो जाने के कारण कंसारी टोला के 5 युवक युवक मंगल कंसारी, रबी कंसारी, टब्लू पात्रो, रूपेश सरदार व पल्टू सरदार बीच नदी मे बने टीले में फंस गए थे। लगातार जलस्तर के बढ़ने के कारण इन्हें बाहर निकाल पाना मुश्किल हो रहा था। इस बीच गांव के ही तीन बहादुर युवकों जयपाल सरदार, फुचू सरदार व सुरेश सरदार ने अपने जान पर खेलकर सभी को उफनती नदी से बाहर निकाला था।

सीएसआर काम नहीं परंपरा है

टाटा ग्रुप ऑफ कंपनीज की ओर से सीएसआर के तहत फाइनेंसियल ईयर 2013-14 में डिफरेंट एक्टिविटिज पर छह सौ करोड़ रुपए खर्च किए गए। स्किल डेवलपमेंट, लाइफ स्टाइल, एजूकेशन हेल्थ, न्यूट्रिशन, डिजास्टर रिलीफ और बायो डायवर्सिटी के फील्ड में टाटा स्टील एंड कंपनीज ने ये रूपए खर्च किए। इस संबंध में टाटा संस के ब्रांड कस्टोडियन व समूह कार्यकारी परिषद के मेंबर डॉ मुकुंद सहाय ने कहा कि टाटा ग्रुप के लिए सीएसआर एक काम नहीं बल्कि एक परंपरा है, जो ग्रुप के कारोबारी डीएनए में शामिल है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में टाटा ट्रस्ट्स व कंपनियां सालाना आधार पर औसतन 1000 करोड़ रुपए का खर्च कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 में कंपनियों द्वारा 660 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसके अलावा लास्ट डिकेड में टाटा ट्रस्ट व कंपनियों की ओर से 8000 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च की गई है।