सड़क हादसे में दो चचेरे भाई सहित तीन की दर्दनाक मौत

मौत के चलते गांव भागूपुर में पसरा सन्नाटा

एत्मादपुर। टूंडला शादी में जाने के लिए निकले थे गांव भागूपुर के तीन भाई, लेकिन परिजनों को क्या मालूम था कि अब वो कभी वापस नहीं लौटेंगे। शनिवार रात को भागूपुर के दो चचेरे भाई सहित तीन युवकों की हाईवे स्थित मोहम्मदाबाद पर ट्रक की टक्कर से में दर्दनाक मौत हो गई। तीनों टूंडला में शादी समारोह से भाग लेकर बाइक से घर लौट रहे थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। हादसे से गांव भागूपुर में कोहराम मच गया। रविवार देर शाम तीननों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

एत्मादपुर के गांव भागूपुर निवासी 19 वर्षीय डेविड पुत्र प्रेमसिंह, रोहित पुत्र विष्णु दोनों चचेरे भाई हैं। दोनों शनिवार को परिवार के ही एक और भाई 16 वर्षीय विजय पुत्र रामवीर के साथ टूंडला में अपने दोस्त की बहन की शादी में शामिल होने गए थे। तीनों रात को बाइक से वापस घर के लिए लौट रहे थे। मोहम्मदाबाद के पास ट्रक ने पीछे से बाइक में टक्कर मार दी, जिसमें तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया तथा उनके पास से मिले मोबाइल से परिजनों को घटना की सूचना दी। तीनों युवकों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। देर रात्रि को ही काफी संख्या में लोग फिरोजाबाद के पोस्टमार्टम गृह पहुंच गए। शव पहुंचते ही गांव में सन्नाटा पसर गया। रविवार को तीनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

एक ही स्कूल में पढ़ते थे तीनों

ग्रामीणों ने बताया कि तीनों एक ही परिवार के भाई हैं। कुबेरपुर स्थित जीएस पब्लिक स्कूल में एक साथ पढ़ते थे। मृतक विजय हाईस्कूल का छात्र, डेविड इंटरमीडिएट तथा रोहित 11वीं का छात्र था। तीनों पढ़ाई में होशियार थे। विजय के पिता चाय की दुकान करते हैं। डेविड के पिता की एक वर्ष पूर्व सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। डेविड का एक बड़ा भाई है जो मजदूरी करता है। वहीं रोहित के पिता मजूदरी करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मृत तीनों युवकों का परिवार बहुत गरीब है। युवकों की मौत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई तथा लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।

जनप्रतिनिधि पहुंचे गांव

तीन युवकों की दर्दनाक हादसे में मौत की सूचना पर जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश बघेल, विधायक रामप्रताप सिंह चौहान, पूर्व विधायक डॉ। धर्मपाल सिंह, सांसद प्रतिनिधि टीकम सिंह तोमर सहित आसपास के नेता व ग्रामीण गांव पहुंच गए और पीडि़त परिवार को सांत्वना दी। सभी ने प्रशासन से अधिक से अधिक मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।