200 से 500 रुपए रजिस्ट्रेशन की फीस
34 सौ का रजिस्ट्रेशन हुआ पिछले साल
8 से 10 लाख रुपए मिले रजिस्ट्रेशन से
1 लाख रुपए जुर्माना भी वसूला गया
20 से 25 प्रतिशत का ही सिर्फ रजिस्ट्रेशन
- पेट डॉग्स का रजिस्ट्रेशन कराने में लोग नहीं दिखाते इंट्रेस्ट
- निगम की टीम के आते ही शुरू कर देते हैं बहाना बनाना
abhishekmishra@inext.co.in
LUCKNOW :
शहर के लगभग हर चौथे-पांचवें घर में पेट डॉग हैं। इनके मालिक इनके पालन-पोषण पर हर माह तीन से चार हजार रुपए तक खर्च करते हैं लेकिन जब इनके रजिस्ट्रेशन की बात आती है तो वे बैकफुट पर चले जाते हैं। उनकी जेब से इनके रजिस्ट्रेशन के लिए 200 से 300 रुपए तक नहीं निकलते। जब शिकायत के आधार पर निगम की टीम उनके घर पहुंचती है तो डॉग के मालिक अपना रुतबा दिखाते हैं। अब निगम की ओर से पेट डॉग के रजिस्ट्रेशन को लेकर नए सिरे से रणनीति बनाई गई है।
200 से 500 रुपये
निगम की ओर से पेट डॉग के रजिस्ट्रेशन के लिए निर्धारित फीस 200 रुपये से 500 रुपये तक रखी गई है। यह फीस ब्रीड के हिसाब से निर्धारित है। रजिस्ट्रेशन फीस बहुत अधिक न होने के बाद भी मालिकों की ओर से समय से रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाता है।
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फीस एक नजर में
बड़ी ब्रीड-500 रुपये
छोटी ब्रीड-300 रुपये
देसी ब्रीड-200 रुपये
रजिस्ट्रेशन सिर्फ 25 फीसदी
जानकारी के अनुसार, शहर के हर चौथे-पांचवें घर में पेट डॉग है। आलम यह है कि सिर्फ 20 से 25 फीसदी पेट डॉग का ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि जो रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं, वे भी खासी मशक्कत के बाद निगम की ओर से किए जा रहे हैं।
3400 डॉग्स का रजिस्ट्रेशन
पिछले साल पेट डॉग्स के रजिस्ट्रेशन के आंकड़ों पर गौर करें तो सारी स्थिति अपने आप साफ हो जाएगी। जानकारी के अनुसार, पिछले साल सिर्फ 3400 डॉग्स का ही रजिस्ट्रेशन हुआ। इस रजिस्ट्रेशन से निगम के कोष में करीब आठ से दस लाख जमा हुए। इसके साथ ही निगम की ओर से डॉग्स का रजिस्ट्रेशन न कराने वालों से एक लाख रुपये जुर्माना भी वसूला गया।
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31 मई तक का समय
निगम की ओर से एक बार फिर से डॉग्स के रजिस्ट्रेशन को लेकर समयावधि जारी की गई है। इनके रजिस्ट्रेशन के लिए 31 मई तक का समय दिया गया है। अगर इस समयावधि के दौरान रजिस्ट्रेशन नहीं होते हैं तो फिर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
वर्जन
यह बात सही है कि अधिकतर लोग डॉग का रजिस्ट्रेशन नहीं कराते। जबकि नियमानुसार रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। जो लोग 31 मई तक पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन नहीं कराएंगे, उनके खिलाफ एक जून से कार्रवाई संबंधी अभियान शुरू किया जाएगा। कार्रवाई के रूप में उनसे जुर्माना वसूला जाएगा।
डॉ। अरविंद कुमार राव,
पशु चिकित्साधिकारी, नगर निगम