मेरठ की बंटी और बबली ने दिया घटना को अंजाम

आरोपियों की तलाश में पुलिस ने कई स्थानों पर डाली दबिश

Meerut। एक और बंटी और बबली ने चैक का क्लोन बनाकर एडीएम एलए के खाते से तीन करोड़ रुपये निकाल लिए। परिवार समेत भूमिगत हो गया। पुलिस ने बंटी और बबली की तलाश में मेरठ में कई स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश डाली। लेकिन वह हाथ नहीं आया। पुलिस ने उनके रिश्तेदारों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही उनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

ऐसे निकाले तीन करोड़

केस की जांच कर रहे ईओडब्लू मेरठ के निरीक्षक धर्मेश कुमार ने बताया कि 16 मार्च 2016 को गाजियाबाद के तत्कालीन एडीएम एलए कांता प्रसाद के खाते से किसानों के खाते में बाटने के लिए 20 करोड़ रुपये आए थे। उनका खाता इलाहाबाद बैंक नवयुग मार्केट गाजियाबाद में था। इसी दौरान बंटी यानी फर्जीवाड़ा करने वाले युवक ने मनीष कुमार पुत्र भोपाल सिंह निवासी 589 विश्वास नगर साहनी मेरठ के नाम से पीएनबी में फर्जी कागजात लगाकर अकाउंट खुलवाया। इसके साथ एडीएम एलए कांति प्रसाद के चैक का क्लोन बनाया। इसके बाद आठ बार चैक के माध्यम से पीएनबी गाजियाबाद की शाखा से तीन करोड़ रुपये निकाल लिए गए। इस फर्जीवाड़े में एक महिला भी शामिल रही।

फर्जी आईडी पर बैंक खाता

पीएनबी में बंटी यानी फर्जीवाड़ा करने वाले युवक ने फर्जी मनीष कुमार के नाम से पैन कार्ड, आधार कार्ड, पहचान पत्र आदि बैंक में जमा कराए। उसके आधार पर बैंक में खाता खोला गया। इसके साथ एक युवती का भी खाता खोला गया। वह युवती भी इसके साथ मिली हुई थी।

दर्ज हुआ था मामला

पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर राकेश शर्मा की तरफ से कोतवाली थाने में मनीष कुमार पुत्र भोपाल सिंह के खिलाफ 495,116,420, 467, 468 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया। शासन के निर्देश पर ईओडब्लू मेरठ में जांच ट्रांसफर की गई। जांच अधिकारी धर्मेश कुमार ने बताया कि जांच के बाद सभी आईडी फर्जी पाई गई।

र्जी एड्रेस

इंस्पेक्टर धर्मेश ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी का पता भी फर्जी मिला। जिसके चलते पुलिस अब उससे सोशल मीडिया के सहारे ढूंढही है।

तत्कालीन एडीएम एलए कांति प्रसाद के नाम के चैक का क्लोन बनाकर तीन करोड़ रुपये निकालने वाले मनीष कुमार पुत्र भोपाल सिंह की तलाश की जा रही है।

धर्मेश कुमार, इंस्पेक्टर, ईओडब्लू, मेरठ

बन रहे फर्जी आधार

बैंक खाता खुलवाने के लिए फर्जी आधार कार्ड 150 रुपये में बनाया जा रहे है। पुलिस जानकर भी कोई कार्रवाई नहीं करती है। कई बार ऐसे मामले पकड़ में भी आए है।

नहीं सॉल्व हो सका केस

मेरठ : पंद्रह दिन पहले शारदा रोड स्थित एसबीआई बैंक में एक महिला ने किसी अन्य महिला के खाते से फर्जी साइन करके छह लाख रुपये निकाल लिए थे। जब महिला कमलेश रोहतगी के पास बैंक से छह लाख रुपये निकलने का मैसेज आया तो उसके होश उड़ गए। आनन फानन में महिला कमलेश रोहतगी ने कैशियर व अज्ञात महिला के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कराया था। पंद्रह दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अभी तक महिला के रुपयों की जानकारी नहीं मिल सकी है। सीओ ब्रह्मपुरी अखिलेश भदौरिया का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। सभी तथ्यों को एकत्रित किया जा रहा है।