RANCHI: रिम्स में मरीजों को लाने-ले जाने के लिए कंडम ट्रालियों का इस्तेमाल नहीं होगा। प्रभारी सुपरवाइजर ने रिम्स प्रबंधन से 30 नई ट्राली की मांग की है, ताकि मरीजों को सर्विस के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो। वहीं ट्राली के शोर से वे और बीमार न हो जाएं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने दम तोड़ रही रिम्स की ट्रालियां खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद ही सुपरवाइजर ने प्रबंधन से नई ट्राली उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है।

50 में 30 ट्रालियां कंडम

हॉस्पिटल की इमरजेंसी में मरीजों के लिए 50 ट्राली दी गई हैं। लेकिन उसमें से 30 की हालत काफी खराब है। यूं कहें तो वो कंडम हो चुकी हैं। वहीं कुछ और ट्राली भी इसी कतार में हैं। लेकिन मजबूरी में इन्हीं ट्रालियों से मरीजों को ढोया जाता है। अब स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि इन ट्रालियों पर मरीजों को ढोया गया तो वे हादसे के शिकार हो सकते हैं।

वर्जन

हमने हर जगह ट्राली उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। जल्द ही जगह-जगह पर ट्राली रखी रहेगी। ऐसे में जिसे जरूरत होगी वो ट्राली लेकर जा सकता है। जल्द ही हॉस्पिटल की व्यवस्था सुधरेगी।

डॉ। संजय कुमार, डीएस, रिम्स