74 जनेश्वर मिश्र गांवों में 30 करोड़ रुपए किए हैं खर्च

निरीक्षण में कमियां पाए जाने पर डीएम ने की कार्यवाही

फीरोजाबाद: नगर निगम, जल निगम, एमडीएम और राशन घोटालों के सामने आने के बाद अब करोड़ों रुपए से बनाई गई सीसी गलियों में गड़बड़ी उजागर होने की बारी है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने जिले की मंडी समितियों की निर्माण इकाई में काम करने वाले 35 ठेकेदारों को नोटिस दिए हैँ। उन्होंने इन सभी ठेकेदारों को एक फरवरी को तलब किया है।

ज्यादातर उपेक्षित सी पड़ी रहने वाली मंडी समितियों पर चुनावी वर्ष में जमकर धन बरसा। लोकसभा चुनाव में सपा महासचिव प्रो। रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के मैदान में उतरने के कारण प्रदेश सरकार ने गांवों की गलियां पक्की करने के नाम पर मंडी समितियों को करोड़ों रुपए दिए। वर्ष 2013-14 में चयनित किए गए 73 जनेश्वर मिश्र गांवों में करीब 30 करोड़ रुपए भेजे गए। इस धनराशि से गांवों की आंतरिक गलियों का सीसी निर्माण एवं जल निकासी के लिए नाली निर्माण कराया जाना था।

इन लगभग सभी गांवों में निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। कार्य की गुणवत्ता परखने के लिए जिलाधिकारी ने एडीएम कर्मेंद्र सिंह सहित उप जिलाधिकारियों के माध्यम से कई चरणों में जांच कराई थी। जिसमें कई गांवों की गलियां खस्ता हाल मिलीं। कहीं सड़क किनारे पटरी नहीं बनाई गई तो कहीं गली चटकी हुई नजर आई। वहीं नालियों का बहाव भी कई जगह खराब मिला। प्रशासनिक अधिकारियों की इस तरह की रिपोर्ट को डीएम ने गंभीरता से लिया है।

उन्होंने सभी 73 जनेश्वर मिश्र गांवों में निर्माण कार्य करने वाले 35 ठेकेदारों को नोटिस जारी किए हैं। जिसमें उन्हें एक सप्ताह के अंदर कमियां सुधारने की चेतावनी दी गई है। डीएम ने ठेकेदारों को एक फरवरी को उनके समक्ष पेश होने के भी निर्देश दिए हैं।

ठेकेदारों में अफरातफरी

जिलाधिकारी की तरफ से नोटिस होने से न सिर्फ ठेकेदारों में बल्कि मंडी समिति के अधिकारियों में अफरा तफरी मच गई है। ठेकेदार अब खुद अपनी बनाई गलियां देख रहे हैं। ताकि कमियों का पता लगाकर उन्हें दुरुस्त करा सकें।

जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि जनेश्वर मिश्र गांवों में पिछले साल बनाई गई गली व नालियों में कमियां पाई गई हैं। उन्हें सुधारने के लिए ठेकेदारों को नोटिस भेजकर अंतिम मौका दिया गया है। 31 जनवरी तक कमियां ठीक नहीं हुई तो ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।