PATNA : बारिश के कारण पटना के लोगों का हाल बेहाल है। आषाढ़ का महीना खत्म होने को है लेकिन गर्मी खत्म होने का नाम नहीं ले रह है। शुक्रवार की गर्मी ने पटना के 36 साल के रिकार्ड को तोड़ दिया। शुक्रवार का अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यदि जुलाई माह में बीते दस साल के अधिकतम तापमान की बात करें तो यह अब तक का सर्वाधिक टेम्प्रेचर देखा गया है। 1982 में जुलाई का सर्वाधिक तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था जो कि बीते 36 साल का सर्वाधिक तापमान है।

क्यों पड़ रही है भीषण गर्मी

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून बिहार में प्रवेश कर चुका है लेकिन बारिश नहीं हो पाई । मानसून ट्रफ जिसके पास से गुजरता है उन इलाकों में बारिश होती है। लेकिन बंगाल की खाड़ी से जो नमी भरी हवाएं चल रही हैं वह झारखंड के डालटेनगंज से ही होकर निकल जा रही है। यह ट्रफ लाइन बिहार से खिसक गया है।

अधिकतम और न्यूनतम में कम अंतर

बीते एक हफ्ते में अधिकतम और न्यूनतम तापमान पर गौर करें ताअधिकतम और न्यूनतम तापमान में अंतर घटता गया है। शुक्रवार को यह अंतर पटना में मात्र 9 डिग्री रहा, जबकि यह अंतर प्राय: 15 डिग्री या इससे अधिक रहता है। यही वजह है कि लोगों को दिन ही नहीं रात में भी बेचैनी का अनुभव हो रहा है।

तेज बारिश की अभी संभावना नहीं है। अगले माह तक मौसम में सुधार हो सकता है। बारिश में 80 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गई है। अब सूखे जैसी स्थिति बन रही रही है।

डॉ सुभेंदु सेनगुप्ता डायरेक्टर मौसम विभाग