रांची : दीपावली के दिन शहर में पटाखों से झुलसने के 37 अलग-अलग मामले सामने आए हैं। इसमें 13 मरीजों का इलाज रिम्स में, सात मरीजों का इलाज सदर एवं 17 मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। रिम्स के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने मरीजों की स्थिति के बारे में बताया कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैं। कई मरीजों को इलाज के बाद रिम्स से छुट्टी दे दी गई है। कुछ मरीजों का इलाज अब भी रिम्स में चल रहा है। सदर में इलाज के लिए पहुंचे कुल सात मरीजों को प्राथमिक इलाज के बाद रिम्स भेजा गया। वहां से उन सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं शहर के निजी अस्पतालों से मिली सुचना के मुताबिक सेवासदन में 4 राज अस्पताल में छह ऑर्किड में दो सेन्टेबीटा में दो और मेडीका में तीन बर्न के मरीज दीपावली के दिन इलाज के लिए आए। रिम्स में दिवाली के दिन संभावित दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए 15 बेड के अलावा अतिरिक्त छह बेड लगाए गए थे, पूर्व में प्रबंधन ने सभी विभागों को विशेष निर्देश दे रखा था।

तीन बच्चे भी झुलसे

जेलमोड़ के अभिराम कुमार (11 वर्ष), करमटोली के अंशु कुमार (सात वर्ष), खेलगांव के आयुस लिंडा (सात वर्ष) को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया । तीनों बच्चे पटाखों की चपेट में आने से घायल हुए थे । इन में से दो बच्चों को इलाज के बाद रिम्स से छुट्टी दे दी गई। दीपावली के दिन राह चलते लोग ही सबसे अधिक जले हुए पटाखों का शिकार हुए। इलाज के लिए रिम्स आए अधिकतर मरीजों के पैरों में ही जख्म थे।